
ICC New Cricket Rules 2025: ICC ने इंटरनेशनल क्रिकेट के नए नियमों की घोषणा की है, जिसमें स्टॉप क्लॉक, गेंद पर लार, नो-बॉल पर कैच की समीक्षा और शॉर्ट रन जैसी स्थितियों पर अंपायर्स को अतिरिक्त अधिकार दिए गए हैं। जानें सभी अपडेट।
ICC New Cricket Rules 2025: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कई अहम नियमों में बदलाव की घोषणा की है। इन नए नियमों का मकसद खेल को अधिक निष्पक्ष, पारदर्शी और तेज बनाना है। इनमें स्टॉप क्लॉक नियम, गेंद बदलने के नियम, नो-बॉल कैच की समीक्षा और जानबूझकर शॉर्ट रन जैसी स्थितियों पर कड़ी निगरानी शामिल है। इसके साथ ही अंपायर्स को भी अतिरिक्त अधिकार दिए गए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक नियम लागू| ICC New Cricket Rules 2025
ICC ने टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक नियम लागू कर दिया है, जो पहले से ही वनडे फॉर्मेट में इस्तेमाल हो रहा है। इसके तहत फील्डिंग टीम को पिछले ओवर के खत्म होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर शुरू करना अनिवार्य होगा। यदि टीम समय पर तैयार नहीं होती, तो अंपायर दो चेतावनियाँ देंगे। चेतावनी के बाद भी देरी जारी रहने पर 5 रन की पेनल्टी दी जाएगी। यह नियम WTC 2025-27 चक्र से लागू हो चुका है।
गेंद पर लार लगाने पर अब अंपायर का अंतिम फैसला
ICC New Cricket Rules 2025: ICC ने स्पष्ट किया है कि गेंद पर लार का प्रयोग अभी भी प्रतिबंधित रहेगा। लेकिन अब यदि किसी गेंद पर लार लग जाती है, तो उसे बदलना जरूरी नहीं होगा। गेंद बदलने का अधिकार पूरी तरह अंपायर्स के विवेक पर छोड़ दिया गया है। अगर गेंद बहुत गीली या क्षतिग्रस्त है तभी वह बदली जाएगी।
नो-बॉल पर कैच की होगी थर्ड अंपायर से जांच
नए नियमों के अनुसार, नो-बॉल पर कैच की स्थिति में थर्ड अंपायर यह जांच करेगा कि कैच वैध रूप से पकड़ा गया है या नहीं। अगर कैच सही है, तो बल्लेबाजी टीम को सिर्फ नो-बॉल के एक रन मिलेंगे। वहीं, अगर कैच ड्रॉप हो गया है, तो नो-बॉल का रन + रन भागने से अर्जित रन टीम को मिलेंगे।
जानबूझकर शॉर्ट रन लेने पर सख्त कार्रवाई
अब यदि कोई बल्लेबाज जानबूझकर शॉर्ट रन लेता है, तो बैटिंग टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। साथ ही फील्डिंग टीम को यह तय करने का मौका मिलेगा कि अगली गेंद पर कौन-सा बल्लेबाज स्ट्राइक पर रहेगा।
घरेलू क्रिकेट में फुल-टाइम रिप्लेसमेंट की टेस्टिंग
(ICC New Cricket Rules 2025) ICC ने सभी क्रिकेट बोर्ड को घरेलू फर्स्ट क्लास मुकाबलों में फुल टाइम रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की व्यवस्था को टेस्ट करने की अनुमति दी है। यह विकल्प केवल गंभीर चोट के मामलों में ही उपलब्ध होगा। चोट का स्पष्ट और दृश्यमान होना जरूरी है, और यह हल्की चोटों जैसे हैमस्ट्रिंग खिंचाव पर लागू नहीं होगा। रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की भूमिका कनकशन सब्स्टीट्यूट जैसी होगी।