भारतीय राजनयिक ने कंबोडियाई नववर्ष पर विशेष अंदाज दिखाया, ‘अप्सरा’ की ड्रेस पहनकर आईं सामने
कंबोडियाई नववर्ष
कंबोडिया का खमेर नव वर्ष पर आधारित है। यह तीन दिनों तक चलता है। यह सौर नव वर्ष पर आधारित है। महिलाएं खमेर को मनाने के दौरान पारंपरिक अप्सरा जैसे कपड़े पहनती हैं।
भारत की कंबोडिया में राजदूत देवयानी खोब्रागड़े एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार इसकी वजह एक सोशल मीडिया वायरल फोटो है। इस चित्र में वह अप्सरा की पुरानी ड्रेस में दिखती है। उनकी तस्वीर चर्चा का विषय बन गई है और सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है।
कंबोडिया में भारत के राजदूत देवयानी खोब्रागड़े ने आधारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट पोस्ट करते हुए कहा, “राजदूत देवयानी खोब्रागड़े का खमेर संस्कृति और परंपरा से गहरा लगाव है।” उन्होंने खमेर नव वर्ष की भावना को अपनाते हुए खमेर अप्सरा के रूप में सुंदर कपड़े पहने। हम सभी दोस्तों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।”
क्या है खमेर?
कंबोडिया का खमेर नव वर्ष पर आधारित है। यह तीन दिनों तक चलता है। यह सौर नव वर्ष पर आधारित है। महिलाएं खमेर को मनाने के दौरान पारंपरिक अप्सरा जैसे कपड़े पहनती हैं। इसी परंपरा का पालन करते हुए देवयानी खोब्रागड़े ने अप्सरा की पोशाक में फोटोशूट कराया। 2020 में देवयानी को कंबोडिया में भारत के दूत के रूप में नियुक्त किया गया।
कौन हैं देवयानी खोब्रागड़े?
1999 में देवयानी ने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईएफएस अधिकारी बनने का निर्णय लिया। अब तक वह बर्लिन, इस्लामाबाद, रोम और न्यूयॉर्क में रही है। देवयानी एक डॉक्टर हैं।
विवादों से भी रहा है गहरा नाता
देवयानी विवादों से संबंधित है। वह अपनी सेवा के दौरान कई बार बहस में आ चुकी है। अमेरिका में उन पर भ्रष्ट्राचार के आरोप लगे थे। उन्हें दिसंबर 2013 में दक्षिणी जिला न्यूयॉर्क (एसडीएनवाई) द्वारा वीजा धोखाधड़ी और झूठे बयान देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। देवयानी ने अपने कर्मचारी को यूएस में अनिवार्य न्यूनतम वेतन से कम देने के आरोप लगाए। देवयानी मामले के बाद भारत-अमेरिका संबंध तनावग्रस्त हो गए।
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