Jharkhand Election: 13 नवंबर को बुधवार को झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण में अधिसंख्य आरक्षित सीटों पर मतदान होना है। इनमें 17 सामान्य, छह SC और 20 ST सीटें हैं। 15344 मतदान केंद्रों में पर्याप्त सुरक्षा के बीच वोट डाले जाएंगे। 11 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक सभी बूथों पर मतदान होगा।
Jharkhand Election: 13 नवंबर को बुधवार को झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान होगा। आवश्यक चुनाव सामग्री सभी निर्धारित बूथों पर पहुंच चुकी है। 1,37,10,717 मतदाता पहले चरण में 683 प्रत्याशियों के भाग्य का निर्णय करेंगे।
पहले चरण में अधिसंख्य आरक्षित सीटों पर मतदान होना है। इनमें 17 सामान्य, छह एससी तथा 20 एसटी सीटे सम्मिलित हैं। कुल 15,344 मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा के बीच वोट पड़ेंगे। 11 विधानसभा क्षेत्रों में सभी बूथों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा। शेष विधानसभा क्षेत्रों में सुदूर एवं दुर्गम क्षेत्र के 950 बूथों पर शाम चार बजे तक ही मतदान होगा।
शाम पांच बजे तक सभी बूथों पर मतदान होगा।
सभी बूथों पर निर्धारित समय पर कतार में खड़े सभी मतदाताओं को मतदान करने का अवसर मिलेगा। शाम पांच बजे तक सभी विधानसभा क्षेत्रों (कोडरमा, बरकट्ठा, बरही, हजारीबाग, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, मझगांव, रांची, हटिया, पांकी और भवनाथपुर) पर मतदान होगा। बुधवार को होने वाले मतदान में 609 पुरुषों, 73 महिलाओं और एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी के भाग्य का निर्णय होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री रामेश्वर उरांव, रामदास सोरेन, बन्ना गुप्ता, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरूवा, बैद्यनाथ राम के अलावा पूर्व मंत्री सीपी सिंह, सरयू राय, भानू प्रताप शाही, नीरा यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, रामचंद्र चंद्रवंशी, कमलेश कुमार सिंह, केएन त्रिपाठी, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर, रामचंद्र सहिस,आदि नेताओं की प्रतिष्ठा जुड़ी है।
चुनाव में चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन, ओडिशा के राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की पत्नी पूर्णिमा दास और मंत्री सत्यानंद भोक्ता की पत्नी रश्मि प्रकाश के भविष्य का भी फैसला चुनाव में होना है। एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी नगमा रानी के भाग्य का भी फैसला होगा जो हटिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं।
सभी मतदान केंद्रों की होगी वेबकास्टिंग से निगरानी
पहले चरण के चुनाव में प्रत्येक मतदान केंद्र को वेबकास्टिंग के माध्यम से ऑनलाइन देखा जाएगा। इससे मतदान केंद्रों की निगरानी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा की जाएगी। इसके लिए सभी आवश्यक उपाय सभी स्तरों पर किए गए हैं।
यूनिक बूथों पर झारखंड की संस्कृति दिखेगी
हर मतदान केंद्र को मॉडल बूथ की तरह बनाया गया है ताकि मतदाताओं को मतदान करने में कोई परेशानी न हो। हर मतदान केंद्र पर स्वयंसेवक हैं, जो बिजली, पेयजल, रनिंग वाटर, शेड और दिव्यांगों और वृद्धों के लिए रैंप और व्हीलचेयर प्रदान करते हैं। वहीं, पहली चरण में पच्चीस मतदान केंद्रों को एकीकृत बूथ बनाया गया है, जहां झारखंड की संस्कृति दिखेगी।