रिलायंस Jio ने अपनी 5जी सेवाओं को दुनिया के सबसे ऊंचे मुकाबले में शुरू किया है। सियाचिन ग्लेशियर में 4G और 5G कनेक्टिविटी प्रदान करने वाला पहला टेलीकॉम ऑपरेटर बन गया है। बता दें यहां तापमान -50 डिग्री तक गिर जाता है।
भारतीय सेना ने रिलायंस Jio, एक प्रमुख टेलीकॉम कंपनी, के साथ मिलकर सियाचिन ग्लेशियर में 4G और 5G कनेक्टिविटी प्रदान करने वाला पहला ऑपरेटर बन गया है। रिलायंस जियो ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में अपनी 5जी सर्विस शुरु कर दी है। सियाचिन ग्लेशियर, काराकोरम रेंज में 16,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, कठोर वातावरण के लिए जाना जाता है, जहां तापमान -50 डिग्री तक गिर जाता है।
पहला 5G मोबाइल टॉवर लगा
भारतीय सेना की “फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स” ने इसकी सूचना एक ट्विट में दी। सेना ने कहा कि जियो टेलीकॉम और भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर, दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र, पर पहला 5G मोबाइल टॉवर सफलतापूर्वक लगाया है। यह एक सियाचिन चौकी पर लगाया गया है। यहाँ तापमान -50 डिग्री सेल्सियस होता है।
जियो ने अपनी पूरी तरह से स्वदेशी 5G तकनीक का इस्तेमाल किया। फायर एंड फ्यूरी सिग्नलर्स और सियाचिन वारियर्स ने जियो की टीम के साथ मिलकर उत्तरी ग्लेशियर में 5G टावर स्थापित कर दिया।
सियाचिन ग्लेशियर पर 5G सेवा शुरू करने वाला पहला जियो ऑपरेटर
ध्यान दें कि जियो ने 15 जनवरी को सेना दिवस से ठीक पहले सियाचिन ग्लेशियर पर 4जी और 5जी सेवा शुरू की है। जियो ने सियाचिन ग्लेशियर पर सेवा शुरू करके देश का पहला ऑपरेटर बन गया है। सेना ने इसे शानदार उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह उपलब्धि हमारे बहादुर सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में तैनात रह कर इस चैलेंज को पूरा किया।