Mahatara Jayanti 2025: कब और क्यों महातारा जयंती मनाई जाती है? यहाँ शुभ मुहूर्त और पूजा समय जानें

Mahatara Jayanti 2025: पुराने ग्रन्थों में बताया गया है कि भगवान श्रीराम ने चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर धरती पर अवतरण किया था।
Mahatara Jayanti 2025: इसलिए हर साल चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर रामनवमी मनाया जाता है (Ram Navami 2025 Kab Hai)। इस शुभ अवसर पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की भक्तिपूर्वक पूजा की जाती है।
चैत्र नवरात्र हर साल चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान जगत की देवी दुर्गा और उसके नौ रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही नवरात्र पर व्रत भी रखा जाता है। साधक की हर मनोकामना पूरी होती है अगर वह जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करता है। साथ ही घर में शान्ति और खुशी बनी रहती है।
सनातन शास्त्रों में कहा गया है कि देवी मां दुर्गा और उसके अलग-अलग रूपों की पूजा करने से साधक को जीवन भर के सभी सुख मिलेंगे। साथ ही जीवन में आने वाली सभी पीड़ा और मुसीबत दूर हो जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि कब महातारा जयंती मनाई जाती है? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
महातारा जयंती 2025 की डेट और शुभ मुहूर्त
महातारा जयंती हर साल चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस वर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 05 अप्रैल को शाम 07 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, नवमी तिथि 6 अप्रैल को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है। इसके लिए 06 अप्रैल को महातारा जयंती और रामनवमी मनाई जाएगी।
महातारा जयंती 2025 के दिन और शुभ योग
ज्योतिषियों का कहना है कि महातारा जंयती के अवसर पर सुकर्मा योग बन रहा है। रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग भी मिल जाते हैं। यदि साधक इन योगों में जगत की देवी तारा की पूजा करता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही सुख और सौभाग्य बढ़ेंगे।
पंचांग
सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 05 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 06 बजकर 42 मिनट पर
चन्द्रोदय- दोपहर 12 बजकर 44 मिनट पर
चंद्रास्त- रात 03 बजे…
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 34 मिनट से 05 बजकर 20 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 20 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 41 मिनट से 07 बजकर 03 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजे से 12 बजकर 46 मिनट तक