नर्मदा जयंती:  मंदिरों और घाटों पर चल रही विशेष पूजा अर्चना

कहते हैं अगर इंसान नमामि देवी नर्मदे मंत्र के साथ मां नर्मदा का जल ग्रहण कर लेता है तो उसके सभी पापों का नाश हो जाता है। जी हां, दरअसल आज के दिन हर साल अलौकिक व पुण्यदायिनी मां नर्मदा के जन्मदिन, माघ शुक्ल सप्तमी को नर्मदा जयंती महोत्सव को श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जाता है।

ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद रावत और पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि नमामि देवी नर्मदे के दर्शन मात्र से पापों का नाश होता है। गंगा स्नान का जो पुण्य प्राप्त होता है। मां नर्मदे के दर्शन मात्र से वह फल प्राप्त हो जाता है। स्नान दान करने से पापों का नाश हो जाता है। आज नर्मदापुरम में नर्मदा में सेठानी घाट पर लाखों भक्तों के द्वारा पूजा-पाठ, आरती के साथ प्रसाद वितरण किया जाएगा। ओमकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के साथ मां नर्मदा की परिक्रमा नाव के द्वारा कुछ घंटों में मां नर्मदा की परिक्रमा कर सकते हैं। नमामि देवी नर्मदे मंत्र के साथ मां नर्मदा का जल ग्रहण करने से पापों का नाश होता है।

आपको बतादें कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज नर्मदा जयंती उत्साह व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। जिसकी तैयारी एक दिन पहले से ही मंदिरों व घाटों पर पूरी कर ली गई थीं। आज इस पावन मौके पर कई जगह धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन किए जा रहेे हैं। तुलसी नगर स्थित नर्मदा मंदिर, शीतलदास की बगिया घाट पर प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम होने जा रहे हैं। इस अवसर पर आज जल कलश यात्राएं भी निकलेंगी। जिसके बाद पूजा-अभिषेक व आरती होगी। वहीं, शीतलदास की बगिया घाट पर नागरिक कल्याण समिति व अन्य कई संगठन बड़े तालाब में नर्मदा जल प्रवाहित कर दीपदान करेंगे।

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