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Navratri में जन्मी कन्या का स्वरूप क्या होता है? मां दुर्गा से एक अलग संबंध है

Navratri

Navratri: जब घर में एक नवजात शिशु पैदा होता है, पूरा घर खुश हो जाता है। छोटे बच्चे ईश्वर का वरदान मानते हैं। वहीं बेटियां घर की मालिक हैं।

हिंदू धर्म में नवरात्रि बहुत शुभ समय है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। शारदीय नवरात्रि इस वर्ष 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2023 तक चलेगी। ज्योतिषियों का कहना है कि नवरात्रि में बच्चे का जन्म बहुत शुभ होता है और वे बहुत भाग्यशाली होते हैं।

बच्चे का जन्म पक्ष, महीने या वार में होना शुभ है। लेकिन जन्म के समय ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति भी महत्वपूर्ण है। बच्चे का जन्म शुभ ग्रह या नक्षत्र में होता है। वहीं जन्मकुंडली में जन्मदोष होता है जब बच्चे खराब ग्रहों की युति में पैदा होते हैं।

Navratri  में जन्मी कन्या भाग्यशाली होती है क्योंकि इस दिन दोनों लड़के और लड़की का जन्म होता है। इस समय बच्चे पैदा करना बहुत शुभ है। क्योंकि वे भक्तिमय वातावरण में पैदा हुए हैं और शुभ मुहूर्त में पैदा हुए हैं, इसलिए इन पर मां दुर्गा की विशेष कृपा रहती है। लेकिन नवरात्रि के शुभ समय में कन्या का जन्म लेना माना जाता है कि विशेष शुभ फल देगा। क्योंकि नवरात्रि देवताओं का उत्सव है

यदि नवरात्रि में आपके घर एक नवजात शिशु का आगमन हुआ है, तो आप बहुत भाग्यवान हैं और आपकी कन्या का भी शुभ भविष्य होगा। क्योंकि नवरात्रि में जन्मी कन्या पर देवी दुर्गा की विशेष कृपा होती है

 

Navratri पर जन्म लेने वाली कन्या का स्वभाव क्या होता है?

बुद्धि की संपत्ति है: नवरात्रि में जन्मी कन्या धनवान होती है। ये कन्याएं हर क्षेत्र में मां भगवती की कृपा से सफल होती हैं। साथ ही नवरात्रि में जन्मी कन्याएं धार्मिक होती हैं और धार्मिक कार्यों में बहुत दिलचस्पी लेती हैं।
भाग्यशाली होती है: नवरात्रि के नौ दिनों में जन्मी कन्या अपने और परिवार के लिए बहुत भाग्यशाली है। ये अपने जीवन में एक ऐसा लक्ष्य हासिल करते हैं जो परिवार का सम्मान बढ़ाता है।

 

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