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पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री मोदी से बाढ़ पर विशेष राहत पैकेज और 60,000 करोड़ की बकाया राशि जारी करने की अपील की

पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और 60,000 करोड़ की लंबित राशि जारी करने की मांग की।

पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ को लेकर राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और राज्य को विशेष राहत पैकेज जारी करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 60,000 करोड़ रुपये की लंबित राशि को भी जल्द से जल्द जारी करने का आग्रह किया है।

बाढ़ से भारी नुकसान, किसानों और उद्योगों पर सीधा असर

अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां  ने पत्र में बताया कि हालिया बाढ़ से पंजाब में 1300 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें अब तक 29 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। बाढ़ के कारण 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, और करीब 3 लाख एकड़ कृषि भूमि पर खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसके अलावा, पशुधन का भी बड़ा नुकसान हुआ है, जिससे किसान आर्थिक संकट में आ गए हैं।

सिर्फ कृषि ही नहीं, पंजाब के छोटे व्यवसाय, दुकानें, औद्योगिक इकाइयां और आपूर्ति श्रृंखला भी इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। टेक्सटाइल, एग्री-प्रोसेसिंग, इंजीनियरिंग और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों को भी भारी क्षति हुई है।

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  1. बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष राहत पैकेज जिसमें कृषि, पशुधन, दुकानदारों और उद्योगों के नुकसान की भरपाई हो।

  2. 60,000 करोड़ रुपये की लंबित केंद्रीय राशि पंजाब को तुरंत जारी की जाए।

  3. ग्रामीण विकास निधि और अन्य केंद्रीय योजनाओं की राशि शीघ्र जारी की जाए।

  4. किसानों और व्यापारियों के लिए कर्ज पर राहत, ऋण भुगतान में छूट, ब्याज माफी और पुनर्निर्धारण की सुविधा दी जाए।

  5. बीमा पॉलिसी में सुधार कर ग्राम स्तरीय फसल बीमा योजना लागू की जाए, जिससे अपंजीकृत किसानों को भी लाभ मिले।

  6. भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) में पंजाब कैडर के अधिकारियों को नियुक्त किया जाए और प्रबंधन कोटा बढ़ाया जाए।

  7. बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए, जिससे केंद्र सरकार की ओर से व्यापक राहत मिल सके।

“1988 की बाढ़ जैसी भयावह स्थिति”: संधवां

अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने पत्र में कहा कि पंजाब में यह स्थिति 1988 की ऐतिहासिक बाढ़ जैसी भयावहता की याद दिलाती है, जब रावी, ब्यास और सतलुज नदियों में जल स्तर रिकॉर्ड स्तर से ऊपर चला गया था।

“पंजाब एक नाजुक मोड़ पर खड़ा है” – संधवां की अपील

अंत में, अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री से इस मामले में संवेदनशीलता और त्वरित हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पंजाब को तत्काल राहत और दीर्घकालिक समाधान अवश्य मिलेगा।

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