देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव शुरू हो गए हैं और इसके साथ ही कुछ लोग इंटरनेट मीडिया पर ऐसी हरकतें करते देखे जा सकते हैं जिससे किसी पार्टी या उसके किसी नेता विशेष की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जाए। इसी क्रम में एक मामला सामने आया है जहां बागपत में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक फर्जी ट्विटर अकाउंट तैयार कर जातिगत आपत्तिजनक टिप्पणी की गई इससे राजनीतिक एवं सांप्रदायिक माहौल बिगड़ सकता है, इस बात को पुलिस अफसरों ने बेहद गंभीरता से लिया है और कोतवाली प्रभारी तपेश्वर सागर ने खुद कोतवाली में अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया इसके साथ ही पुलिस ने केस की विवेचना भी शुरू कर दी है बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस कड़ी कार्रवाई करने वाली है।
कोतवाली प्रभारी तपेश्वर सागर का कहना है कि अमित शाह के फर्जी अकाउंट को तैयार कर आपत्तिजनक ट्वीट करने वालों का जल्दी पता लगा लिया जाएगा और उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब किसी बड़े नेता के फर्जी टि्वटर अकाउंट से ऐसी टिप्पणी की गई। 1 सप्ताह पूर्व रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का एक फर्जी अकाउंट तैयार कर टिकट वितरण को लेकर बागपत विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी नवाब अहमद हमीद के संबंध में आपत्तिजनक ट्वीट किया गया था और इससे पहले इंटरनेट मीडिया पर नवाब अहमद हमीद और उनके परिवार के बारे में दर्जनों बार अशोभनीय टिप्पणी भी की गई इन दोनों ही मामलों में अदालत के जिला अध्यक्ष डॉक्टर जगपाल सिंह तेवतिया ने कोतवाली में अलग-अलग मुकदमे भी दर्ज कराया हालांकि इन मामलों में कार्रवाई के दौरान पुलिस अभी तक किसी भी तरह की कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।
एसपी नीरज कुमार जादौन ने आश्वासन दिया है कि साल भर से लगातार इंटरनेट मीडिया पर नजर रखे हुए हैं और ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है फिलहाल 7 मोबाइल नंबरों को चिन्हित कर लिया गया है और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जायेगी।