PM Narendra Modi ने सूफी संगीत कार्यक्रम में कहा, “हमारा भारत जन्नत का वो बागीचा है, जहां हर रंग फला-फूला”
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PM Narendra Modi ने सूफी संगीत कार्यक्रम का आनंद लिया। 28 फरवरी से 2 मार्च तक दिल्ली की सुंदर नर्सरी में ‘जहान ए खुसरो’ सूफी संगीत कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया।
दिल्ली की सुंदर नर्सरी में शुक्रवार शाम सूफी संगीत की प्रस्तुति होगी। PM Narendra Modi ने सूफी संगीत समारोह, जहान-ए-खुसरो 2025 में भाग लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने सूफी संगीत को सुनने का आनंद लिया।
पीएम मोदी- ऐसे कार्यक्रमों से सुकून मिलता है
दिल्ली में जहान-ए-खुसरो कार्यक्रम में PM Narendra Modi ने कहा, ‘इस तरह के आयोजन न केवल देश की संस्कृति और कला के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनसे एक सुकून भी मिलता है। जहान-ए-खुसरो कार्यक्रम ने भी अपने 25 साल पूरे कर लिए हैं और इन 25 सालों में इस कार्यक्रम ने लोगों के दिलों में जगह बनाई है जो इसकी सबसे बड़ी सफलता है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक स्वर्ग है
PM Narendra Modi ने कहा, ‘जहान-ए-खुसरो के इस आयोजन में एक अलग खुशबू है। ये स्वाद भारत की मिट्टी का है! वह भारत, जिसे हज़रत अमीर खुसरो ने जन्नत से तुलना किया था। हिंदुस्तान तहज़ीब का वो बागीचा है, जहां हर रंग फला-फूला है। यहां की मिट्टी के मिजाज में ही कुछ खास है।’
सूफी परंपरा ने एक अलग पहचान बनाई
PM Narendra Modi ने कहा कि सूफी परंपरा ने भारत में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। सूफी संतों ने अपने जीवन को सिर्फ मस्जिदों या खानकाहों तक नहीं सीमित रखा है। उन लोगों ने वेदों की ध्वनि सुनी और पवित्र कुरान का पाठ किया। उन्होंने अज़ान की सदा में भक्ति के गीतों की मिठास जोड़ी है।
Speaking at the Jahan-e-Khusrau programme in Delhi. It is a wonderful effort to popularise Sufi music and traditions. https://t.co/wjwSOcba3m
— Narendra Modi (@narendramodi) February 28, 2025
खुसरो ने भारत को दूसरों से बेहतर बताया
PM Narendra Modi ने कहा कि हजरत खुसरो ने उस समय भारत को दुनिया के अन्य सबसे बड़े देशों से महान बताया था। उनका कहना था कि संस्कृत दुनिया की सबसे अच्छी भाषा है। उन्हें भारत के मनीषियों को महान विद्वानों से भी बड़ा मानना चाहिए।
कला और संस्कृति का प्रोत्साहन
PM मोदी ने देश की अलग-अलग कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का दृढ़ समर्थन किया है। इसी कारण पीएम मोदी जहान-ए-खुसरो कार्यक्रम में भाग लिया, जो सूफी संगीत, कविता और नृत्य को समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय महोत्सव है।
28 फरवरी से 2 मार्च तक कार्यक्रम चलेगा
अमीर खुसरो की विरासत का जश्न मनाने के लिए दुनिया भर से कलाकार आ रहे हैं। रूमी फाउंडेशन इस उत्सव को आयोजित करता है। 2001 में, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली ने इसे शुरू किया था। इस साल यह अपनी 25वीं वर्षगांठ मनाएगा और 28 फरवरी से 2 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
आयोजनस्थल पर भी छोटी फिल्में दिखाई जाएंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने महोत्सव के दौरान टीईएच बाजार (टीईएच-हस्तनिर्मित वस्तुओं को बढ़ावा) का भी जायजा लिया. इस बाजार में एक जिला-एक उत्पाद से जुड़े शिल्प और देश भर से विभिन्न उत्कृष्ट कलाकृतियों, साथ ही हस्तशिल्प और हथकरघा पर लघु फिल्में भी दिखाई गईं।