CM Attishi ने कहा कि हमने 99 टीमें बनाई हैं जो पूरी Delhi में धूल नियंत्रण उपाय कर रहे हैं। 325 से अधिक स्मॉग गन लगाने का काम शुरू हो गया है। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी ने अपनी पूरी क्षमता लगा दी है।
Delhi की हवा लगातार खराब हो रही है। जहरीली हवा में लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। राजधानी में प्रदूषण ने दीवाली से पहले ही बढ़ना शुरू कर दिया है। ऐसे में लोग आने वाले दिनों की स्थिति पर चिंतित हैं। दिल्ली सरकार का कहना है कि बीजेपी की गंदी राजनीति दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण की बड़ी वजह है। CM Atishi ने कहा कि बीजेपी की गंदी राजनीति से दिल्ली की हवा और जल प्रदूषण बढ़ रहा है। साथ ही, उन्होंने कहा कि आनंद विहार में बढ़ी हुई प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह उत्तर प्रदेश से आ रही बसे हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री आनंद विहार क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति को देखने के लिए गए थे। यहां सुबह 8.30 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 454 दर्ज किया गया था।।
इसी दौरान सीएम आतिशी ने कहा कि आनंद विहार इलाके में खराब एयर क्वालिटी का प्रमुख कारण उत्तर प्रदेश से आने वाली बसें हैं और इस पर यूपी सरकार से चर्चा की जरूरत है। गोपाल राय ने भी इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि इन बसों का धुआं दिल्ली को दोगुना प्रदूषित करता है। वहीं, मुख्यमंत्री ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदूषण विरोधी उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है और धूल नियंत्रण के लिए टीमों का गठन किया गया है।
CM Attishi ने कहा कि हमने 99 टीमें बनाई हैं जो पूरी दिल्ली में धूल नियंत्रण उपाय कर रहे हैं। 325 से अधिक स्मॉग गन लगाने का काम शुरू हो गया है। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी ने अपनी पूरी क्षमता लगा दी है। आनंद विहार, दिल्ली और यूपी की सीमा पर होने के कारण, एक ऐसा हॉटस्पॉट है जहां AQI सबसे ज्यादा है।
इसके अलावा, उन्होंने यमुना नदी के खतरनाक सफेद झागों पर भी चर्चा की और बीजेपी को जमकर घेर लिया। उन्होने कहा कि सिर्फ वायु प्रदूषण नहीं, पिछले कुछ दिनों से यमुना नदी में भी प्रदूषण बढ़ा है, और बीजेपी की गंदी राजनीति इसका मुख्य कारण है। उनका कहना था कि AAP सरकार ने पिछले दो वर्षों में पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने के लिए बहुत कुछ किया है। पिछले साल पंजाब में पराली जलाना आधा कर दिया गया। उधर हरियाणा के आंकड़ों पर नजर डालें तो खेतों में आग लगने की घटनाओं में 23% की बढ़ोतरी हुई है। यूपी में खेतों में आग लगने की घटनाएं 70% बढ़ीं है।
उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा AQI रिकॉर्ड करने वाले आनंद विहार में बसों को देखें तो दिल्ली की सभी बसें CNG या बिजली से चलती हैं। लेकिन हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आने वाली बसें डीजल से चलती हैं। यूपी से आने वाली हजारों डीजल से चलने वाली बसें आनंद विहार क्षेत्र में प्रदूषण का एक बड़ा कारण हैं। दिल्ली सरकार ने सीएनजी बसों की एक श्रृंखला शुरू की है, लेकिन हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारें अपने बेड़े में इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसें क्यों नहीं ला सकतीं? आतिशी ने कहा कि यह गंदी राजनीति है। उन्होंने ईट के भट्टों पर भी चर्चा की। उनका दावा था कि ईंट भट्टे प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। दिल्ली में कोई ईंट भट्ठा नहीं है, लेकिन एनसीआर में 3800 ईंट भट्टे हैं, जो दिल्ली में प्रदूषण का बड़ा हिस्सा हैं।