धर्म

Pradosh Vrat 2025: 26 या 27 मार्च को चैत्र माह का पहला प्रदोष कब होगा? जानें सही दिनांक और पूजा नियम

Chaitra pradosh vrat 2025 Date: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत बहुत महत्वपूर्ण है। तो यहां जान लीजिए कि चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत किस दिन रखा जाएगा और पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।

Chaitra Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन व्रत करने और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि मिलती है। साथ ही जीवन में आने वाली हर चुनौती दूर हो जाती है। प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। याद रखें कि प्रत्येक मासिक प्रदोष व्रत का नाम सप्ताह के दिन के हिसाब से रखा जाता है। जैसे, सोमवार को प्रदोष होता है तो उसे सोमप्रदोष कहा जाता है। गुरुवार को चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा, इसलिए इसे गुरुप्रदोष कहा जाएगा। तो यहां जानिए चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत किस दिन रखा जाएगा। साथ ही जानेंगे पूजा मुहूर्त और नियम के बारे में।

2025 में चैत्र प्रदोष व्रत की तिथि और मुहूर्त

27 मार्च, गुरुवार को चैत्र माह का पहला प्रदोष, यानी गुरु प्रदोष व्रत, रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार 27 मार्च को रात 1 बजकर 43 मिनट पर चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि शुरू होगी। त्रयोदशी तिथि 27 मार्च को रात 11 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी। 27 मार्च को प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजे 51 मिनट से रात 9 बजे 12 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष व्रत के दिन इन दिशानिर्देशों का पालन करें

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को बेलपत्र, जल, फूल, भांग, धतूरा और धूप दीपक चढ़ाएं।

प्रदोष व्रत की कथा भी अवश्य पढ़ें।

प्रदोष की पूजा के बाद शिव चालीसा और महादेव के मंत्रों का जाप करें। फिर शिव जी की आरती भी करें।

प्रदोष व्रत के दिन घर और मंदिर की साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें।

प्रदोष व्रत के दिन काले रंग के कपड़े भूलकर भी न पहनें।

प्रदोष के दिन किसी का अपमान न करें न किसी को अपशब्द कहें।

Related Articles

Back to top button