https://support.google.com/news/publisher-center/answer/13060993
पंजाबराज्य

पंजाब: आईटी, ऑटो और कृषि क्षेत्र में 250 जापानी और दक्षिण कोरियाई कंपनियों ने निवेश में जताई रुचि

पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जापान और दक्षिण कोरिया की 250 कंपनियों से आईटी, ऑटो, कृषि और अन्य क्षेत्रों में निवेश की रुचि जताई।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की है कि जापान और दक्षिण कोरिया की 250 कंपनियों ने पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों जैसे आईटी, साइबर सुरक्षा, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, एयरोस्पेस, अनुसंधान एवं विकास (R&D) और कृषि में निवेश करने की रुचि दिखाई है। यह सकारात्मक प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री मान और उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा के आठ दिन के जापान और दक्षिण कोरिया दौरे के बाद आई है, जिसमें औद्योगिक रोड शो और बिजनेस समिट आयोजित की गई थीं।

मोहाली में बनेगा आईटी और R&D हब

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि इस सफल दौरे के बाद पंजाब विश्व स्तर पर निवेश आकर्षित करने के लिए तैयार है। उन्होंने निवेशकों को 13 से 15 मार्च, 2026 को मोहाली में होने वाले प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन में आमंत्रित किया है। इस सम्मेलन के दौरान निवेशकों को बताया जाएगा कि पंजाब सरकार मोहाली को ‘सिलिकॉन वैली’ बनाने की योजना बना रही है, जहां आईटी, एआई, साइबर सुरक्षा और R&D उद्योगों के लिए स्थान निर्धारित किया गया है। इस क्षेत्र में उन्नत बुनियादी ढांचा, सुविधाजनक एयरपोर्ट कनेक्टिविटी और कुशल युवा शक्ति उपलब्ध होगी।

विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावना

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि जापानी और दक्षिण कोरियाई कंपनियों के पास अत्याधुनिक तकनीक है, जबकि पंजाब के पास सबसे युवा और मेहनती टैलेंट है। यह निवेश सम्मेलन तकनीक और प्रतिभा के बीच समन्वय का अवसर देगा, जो पंजाब को एक प्रमुख निवेश गंतव्य बना देगा।

also read: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नवजोत कौर सिद्धू के विवाद पर…

जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (JBIC), यामाहा मोटर कंपनी, होंडा, सुजुकी और इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) जैसी कंपनियों ने पंजाब में निवेश की संभावनाओं में रुचि दिखाई। इन कंपनियों ने खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल, अनुसंधान एवं विकास, कौशल विकास और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश की इच्छा जताई।

कृषि अवशेष प्रबंधन और पोर्टेबल गोबर गैस प्लांट की योजना

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि पोर्टेबल गोबर गैस प्लांट और पराली प्रबंधन के लिए विदेशी तकनीक का उपयोग करने की योजना पर भी चर्चा की गई। पंजाब में हर साल लगभग 20 मिलियन टन पराली होती है, और इस समस्या का समाधान विदेशी तकनीक से किया जाएगा। लुधियाना के बुड्ढा नाला जैसे क्षेत्रों में गोबर निस्तारण की समस्या को हल करने के लिए भी विदेशी तकनीक का सहारा लिया जाएगा।

पंजाब के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन विदेशी निवेशों से न केवल राज्य का औद्योगिक विकास होगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। यह निवेश सम्मेलन पंजाब को एक पसंदीदा निवेश राज्य बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जो तकनीक और स्थानीय प्रतिभा के बीच सामंजस्य स्थापित करेगा।

For English News: http://newz24india.in

Related Articles

Back to top button