Punjab News: बुधवार को पंजाब के नए गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शपथ ली।
Punjab News: चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के नए गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को शपथ ली है। उन्हें पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शील नागू ने शपथ दिलाई। पंजाब के सीएम भगवंत मान और हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय भी इस मौके पर उपस्थित थे। इस दौरान नए राज्यपाल कटारिया को गले लगाकर सीएम मान ने बधाई दी।
आपको बता दें कि शपथ लेने के बाद गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वे जनता के सेवक होंगे। उनका आज पहला दिन है। 6 महीने बाद, उनके काम की समीक्षा की जाएगी, जिससे पता चलेगा कि काम कैसा हुआ है। वे पंजाब के हर गाँव, क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र भी देखेंगे।
गुलाब चंद कटारिया, जो आठ बार विधायक और एक बार एमपी रह चुके हैं, बहुत अनुभवी नेता है, CM Bhagwant Mann ने कहा। सीएम मान ने कहा कि आज कटारिया ने पंजाब के राज्यपाल का पदभार संभाल लिया है। मुझे लगता है कि वह पंजाब के लिए एक अच्छी राजनीतिक व्यक्ति हैं।
राजस्थान सरकार में कटारिया गृह मंत्री रहे हैं। फरवरी 2023 में उन्हें असम का राज्यपाल बनाया गया था। यह उनकी राज्यपाल पद पर दूसरी नियुक्ति है। पंजाब के पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित थे।
राजस्थान से लगभग 200 अतिथि
चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान से लगभग दो सौ मेहमान गुलाब चंद कटारिया के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पहुंचे। यूटी प्रशासन ने मेहमानों को ठहराया। यूटी प्रशासन और पंजाब सरकार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। यूटी प्रशासन ने मेहमानों को छह सीटीयू की बसें तैयार करने के लिए कहा था। राजस्थान से संबंधित तीसरे प्रशासक और राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया होंगे।
गुलाब चंद कटारिया कौन है?
गुलाब चंद कटारिया का जन्म 13 अक्टूबर 1944 को राजसमंद के देलवाड़ा में हुआ था। Kataria ने एमए, बीएड और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है। उनकी पांच बेटियां हैं। हायर एजुकेशन के बाद वे उदयपुर में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगे थे। कॉलेज के दौरान आरएसएस में शामिल हुए। कटारिया जनसंघ के प्रसिद्ध नेता सुंदरसिंह भंडारी और भानुकुमार शास्त्री के साथ काम करने लगे।
1993 से कटारिया विधायक हैं। 2003 से 2018 तक, उन्होंने उदयपुर विधानसभा सीट पर लगातार चार बार जीत हासिल की। 1993 में भी उदयपुर से चुनाव जीते थे। 1998 में भी कटारिया ने विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन तब वे बड़ी सादड़ी सीट से चुनाव लड़े थे।