
Punjab Police ने 24 दिनों में 2177 एफआईआर दर्ज कर 3868 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया; 135 किलोग्राम हेरोइन, 82 किलोग्राम अफीम और 5.42 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान ‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’ के बीच नार्को-आतंकवाद हवाला नेटवर्क को बड़ा झटका देते हुए Punjab Police के एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पांच नशा तस्कर, तीन नशा हवाला मनी कूरियर और तीन हवाला व्यापारी शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने सोमवार को यहां बताया कि विभिन्न विदेशी मुद्राओं में 5.09 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों की पहचान अमृतसर के राम तलाई के हरजिंदर सिंह उर्फ अजय (26), अमृतसर के गुरु नानक कॉलोनी के हरमनजीत सिंह उर्फ हैरी (27), अमृतसर के छेहरटा के नारायणगढ़ के सागर (28), बटाला के हुस्नपुरा कलां के लवदीप सिंह (30) उर्फ लाला और अमृतसर के कक्कड़ के हरभज सिंह (30) उर्फ भेजा के रूप में हुई है, जबकि ड्रग हवाला मनी कूरियर की पहचान अमृतसर के जोड़ा फाटक के सौरव उर्फ सौरव महाजन (24), अमृतसर के घाह मंडी चौक के तनुश (28) और अमृतसर के डैमगंज के हरमिंदर सिंह (28) उर्फ हैरी के रूप में हुई है।
गिरफ्तार हवाला कारोबारियों की पहचान फगवाड़ा स्थित शर्मा फॉरेक्स मनी चेंजर के मालिक अशोक कुमार शर्मा (60) और उसके साथियों फगवाड़ा के मुतियारपुर मोहल्ला निवासी राजेश कुमार (50) और फगवाड़ा के सुखचैन नगर निवासी अमित बंसल उर्फ सुनील (47) के रूप में हुई है।
यह घटनाक्रम दो महीने की गहन जांच और लगातार अनुवर्ती कार्रवाई के बाद सामने आया है, जिसके तहत 21 जनवरी, 2025 को दो व्यक्तियों हरजिंदर सिंह उर्फ अजय और हरमनजीत सिंह उर्फ हैरी को गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 263 ग्राम हेरोइन और 5.60 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई।
डीजीपी गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि इस मामले की जांच के दौरान एएनटीएफ की पुलिस टीमों ने अगले ही दिन हवाला मनी कूरियर सौरव महाजन, तनुश और हरमिंदर उर्फ हैरी को गिरफ्तार कर 47.50 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की और उनकी महिंद्रा एक्सयूवी 300 गाड़ी भी जब्त की। उन्होंने बताया कि जांच के बाद 24 जनवरी को पुलिस टीमों ने सागर और लवदीप सिंह उर्फ लाला नाम के दो और ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 5 लाख रुपये की ड्रग मनी, एक एक्टिवा स्कूटर और 160 ग्राम हेरोइन बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच के दौरान पुलिस टीमों ने केंद्रीय जेल अमृतसर में बंद एक कैदी की भूमिका का पर्दाफाश किया, जिसकी पहचान हरभज सिंह उर्फ भेजा के रूप में हुई है, जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड निकला और जेल के अंदर से पाकिस्तानी ड्रग तस्कर शाहबाज के संपर्क में पाया गया। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को आरोपी को केंद्रीय जेल अमृतसर से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया और इस मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।
जिक्रयोग्य है कि पाकिस्तानी तस्कर शहबाज, जोकि नरोवाल जिले के गांव बुरेवाल का निवासी है, अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था और फरवरी 2021 में उसके खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद उसे पाकिस्तान भेजे जाने से पहले सेंट्रल जेल, अमृतसर में रखा गया था।
डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी हरभज सिंह और हरमनजीत उर्फ हैरी की मुलाकात पाक स्थित तस्कर शहबाज से हुई थी, जब वे दोनों एक साथ सेंट्रल जेल अमृतसर में बंद थे। उन्होंने बताया कि जेल से रिहा होने के बाद शहबाज ने मोबाइल फोन के जरिए इन लोगों से संपर्क स्थापित कर नशा तस्करी का धंधा चलाया और इस धंधे में हरमिंदर उर्फ हैरी को भी शामिल कर लिया।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी हरमनजीत और हरमिंदर ने खुलासा किया कि वे पाकिस्तानी तस्कर शहबाज के निर्देशानुसार ड्रग मनी जमा करने के लिए फगवाड़ा में शर्मा फॉरेक्स मनी एक्सचेंजर और फॉरेक्स एडवाइजर की सेवाएं ले रहे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने मामले में मालिक अशोक शर्मा और उसके साथी सुनील को नामजद कर लिया है और दोनों को क्रमश: 17 मार्च और 18 मार्च को गिरफ्तार कर लिया है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि तकनीकी सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने अशोक शर्मा के एक अन्य सहयोगी राजेश उर्फ बॉबी को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है तथा उसके कब्जे से 50.50 लाख रुपये बरामद किए हैं।
उन्होंने बताया कि आगे की जांच के दौरान पुलिस टीमों ने 36.59 लाख रुपए (भारतीय मुद्रा की कुल बरामदगी 1.45 करोड़ रुपए), 2,63,630 यूरो, 7000 अमेरिकी डॉलर, 10,020 कनाडाई डॉलर, 27,500 पाउंड और 285 दिरहम बरामद किए हैं। इसके अलावा, अलग-अलग स्थानों से 372 ग्राम सोना भी बरामद किया गया है। महिंद्रा एक्सयूवी 300 के अलावा, पुलिस टीमों ने बीएमडब्ल्यू, महिंद्रा थार ऑटोमैटिक और हुंडई आई10 सहित तीन और वाहन भी जब्त किए हैं।
डीजीपी ने बताया कि एएनटीएफ ने इस नेटवर्क की सैकड़ों करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों की भी पहचान की है और एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत उन्हें फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि जांच से यह भी पता चला है कि अब तक का पता चला नेटवर्क अमृतसर से लेकर तरनतारन, फगवाड़ा और पंचकूला तक फैला हुआ है।
उन्होंने कहा, “पुलिस टीमों ने इस मामले में सात और लोगों को नामजद किया है तथा उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।”
इस बीच, ‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’ के 24 दिनों के परिणाम साझा करते हुए, डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च, 2025 से राज्य भर में 2177 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने के बाद 3868 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान, पुलिस टीमों ने गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 135.5 किलोग्राम हेरोइन, 82.9 किलोग्राम अफीम, 1419 किलोग्राम चूरापोस्त, 34.24 किलोग्राम गांजा, 7.58 लाख नशीली गोलियां/गोलियां/इंजेक्शन, 1 किलो आईसीई और 5.42 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।