Saina Nehwal: ओलंपिक मेडल जीतना आसान नहीं है। सायना नेहवाल ने भारत की ओर से ओलंपिक गेम्स में पहला मेडल जीता था। सायना ने हाल ही में 2012 ओलंपिक गेम्स में ब्रोन्ज मेडल जीता, जिसके कारण उन्हें ट्रोल किया गया था। सायना ने अब इस पर बहुत कड़ा जवाब दिया है।
Saina Nehwal: ओलंपिक गेम्स चार सालों में एक बार खेला जाता है और क्वॉलिफाई करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है. मेडल जीतना कठिन है। भारत ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक गेम्स में एक भी गोल्ड मेडल नहीं जीता। पेरिस ओलंपिक में भारत ने छह मेडल जीते, पांच ब्रोन्ज और एक सिल्वर। सायना नेहवाल ने पेरिस ओलंपिक गेम्स के दौरान कुछ ऐसी बातें कही थीं, जिसको लेकर उनको बहुत ट्रोल किया गया था। पेरिस ओलंपिक में पहलवान विनेश फोगाट ने गोल्ड मेडल मैच के लिए क्वॉलिफाई कर लिया था, लेकिन 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण उन्हें डिस्क्वॉलिफाई कर दिया गया था, इसलिए वह कोई मेडल नहीं जीत पाईं। सायना ने कहा कि विनेश खुद भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
सायना के पति, प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप ने आरजे अनमोल और अमृता रॉव के साथ बातचीत में कहा, “पेरिस ओलंपिक के दौरान सायना ने कुछ कहा था और कमेंट्स में लोग कहने लगे थे कि उसको तो ब्रोन्ज मेडल गिफ्ट में मिला था। इस पर सायना ने तड़ाक से जवाब में कहा, ‘ओलंपिक लेवल के लायक तो बनो आप। पहले ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई तो करके दिखाओ।’
2012 ओलंपिक गेम्स में सायना ने ब्रोन्ज मेडल के लिए चीन की वैन जिन से मुकाबला किया। सायना ने पहला खेल 18-21 से गंवा दिया था और दूसरा खेल 0-1 से हार गईं। बाद में वैन जिन का पैर मुड़ गया, इसलिए उन्हें मुकाबले से बाहर होना पड़ा. उन्हें मैच से नाम वापस लेना पड़ा, और सायना ने ब्रोन्ज मेडल जीता। सायना बैडमिंटन से संन्यास लेने का हिंट दे चुकी हैं।