Shattila Ekadashi Upaay: षटतिला एकादशी पर तिल के साथ इन पांच कामों को जरूर करें, ऐसे पारण करें
Shattila Ekadashi Upaay: षटतिला एकादशी के नाम से ही आपको समझ आ जाएगा कि माघ मास की इस एकादशी में तिल का बहुत महत्व माना गया है। पद्म पुराण कहता है कि षटतिला एकादशी पर तिल का भोग और भगवान विष्णु की पूजा बहुत महत्वपूर्ण है।
Shattila Ekadashi Upaay: षटतिला एकादशी के नाम से ही आपको समझ आ जाएगा कि माघ मास की इस एकादशी में तिल का बहुत महत्व माना गया है। पद्म पुराण कहता है कि षटतिला एकादशी पर तिल का भोग और भगवान विष्णु की पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। तिल भी इस दिन पारण में डाल देना चाहिए। यहां हम आपको बताएंगे षटतिला एकादशी व्रत के तिल और पारणके उपाय-
कब रखा जाएगा एकादशी व्रत?
24 जनवरी को शाम 4 बजकर 51 मिनट पर माघ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि शुरू होगी और 25 जनवरी को शाम 6 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी, इसलिए पंचांग के अनुसार षटतिला एकादशी का व्रत 25 जनवरी को रखा जाएगा।
षटतिला एकादशी पर तिल के उपाय कौन से हैं?
एकादशी व्रत के दिन सुबह से तिल का उपाय करना चाहिए। एकादशी व्रत की कहानी में तिल का हर उपाय बताया गया है। पहले तिलों को पीसकर उबटन करना चाहिए, फिर तिल को पानी में मिलाकर स्नान करना चाहिए। तिल से तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन से हवन भी किया जाता है और तिल से बना भोग भी भगवान को चढ़ाया जाता है। इस दिन तिल भी दान करते हैं। आप एकादशी व्रत कर रहे हैं या नहीं, इन उपायों को करने से आपको भगवान विष्णु की कृपा मिलेगी। इसके बाद अगले दिन व्रत का पारण कर रहे हों, तो चावल की जगह पहले तिल से व्रत तोड़े, उसके बाद चावल खा सकते हैं। इस एकादशी पर अगर व्रत कर लिया तो कई जन्मों के पाप कम होते हैं और सौभाग्य मिलता है।