Shiv Puja: ये छह चीजें शिवलिंग पर भूल से भी नहीं चढ़ाएं, वरना हो जाएंगे भोलेनाथ अप्रसन्न!

Shiv Puja: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं और अपने अनुयायियों से जल्द ही प्रसन्न होते हैं। साथ ही, उन्हें मनचाहा फल भी देते हैं।
Shiv Puja: हम सब जानते हैं कि भगवान शिव को क्या पसंद है, और इसलिए हम शिवलिंग पर कुछ चीजें चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसी चीजें कौन सी हैं जो भोलेनाथ की पूजा में शामिल नहीं की जाती हैं? आइए जानें
शिव जल्दी प्रसन्न हो जाता है, लेकिन जल्दी ही क्रोधित भी हो जाता है। शिवजी की क्रूरता को कौन नहीं जानता? अगर भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, तो वह जल्दी नाराज भी हो जाते हैं। इसलिए ऐसा कुछ मत करो कि शिवजी आपसे नाराज़ हो जाए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शिव की पूजा में क्या नहीं करना चाहिए। शिवलिंग पर इन चीजों को कभी नहीं अर्पित करना चाहिए। चलिए जानते हैं कि कौन से वो चीजें हैं, जो शिव पूजा में वर्जित मानी गई हैं।
हल्दी
हल्दी को हिंदू धर्म में शुभ माना जाता है, लेकिन शिव की पूजा करते समय हल्दी नहीं चढ़ाई जाती क्योंकि शिव पुरुषत्व का प्रतीक हैं। इसलिए हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है।
कुमकुम या रोली
कुमकुम और रोली शिव को नहीं लगाए जाते क्योंकि ये दोनों सौभाग्य के प्रतीक हैं, वहीं शिव को वैराग्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए शिव को ये दोनों चीजें नहीं दी जाती हैं
फूल
शिव को कनेर और कमल के अलावा कोई लाल रंग के फूल प्रिय नहीं है। शिव को केतकी और केवड़े के फूल चढ़ाना मना है। पुराणों में कहा गया है कि केतकी ने ब्रह्मा को झूठ बोलने में उनका सहयोग किया, इसलिए शिव ने केतकी को श्राप दे दिया।
शंख
शिव पूजा में शंख नहीं रखना चाहिए क्योंकि शिव ने शंखचूर नामक असुर का वध किया था।
नारियल जल
नारियल पानी से भगवान शिव को कभी नहीं अभिषेक करना चाहिए।
तुलसी
तुलसी का पत्ता भी भगवान शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए. इस संदर्भ में असुर राज जलंधर की कथा है जिसकी पत्नी वृंदा तुलसी का पौधा बन गई थी. शिव ने जलंधर का वध किया था इसलिेए वृंदा ने भगवान शिव की पूजा में तुलसी के पत्तों का प्रयोग ना करने की बात कही थी