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Surya Grah Upay: सूर्य कुंडली में मजबूत है या कमजोर कैसे पता करें?

Surya Grah Upay: ज्योतिष शास्त्र कहता है कि सभी ग्रहों का राजा सूर्य है। सूर्य भी व्यक्ति के जीवन में और जन्म कुंंडली में बहुत महत्वपूर्ण है। अब आइए जानते हैं कि कुंडली में सूर्य मजबूत है या कमजोर है कैसे पता चलेगा।

Surya Grah Upay: ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों का राजा सूर्य है। ज्योतिष शास्त्र में, सूर्य के राशि और नक्षत्र बदलने का बहुत महत्व है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि जन्म कुंडली में सूर्य का मजबूत होना बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि सूर्य आत्मा, पिता, यश, मान-सम्मान, ऊर्जा और सकारात्मक शक्ति का कारक है। सूर्य मजबूत या कमजोर होने पर जीवन में कई लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं कुंडली में सूर्य के मजबूत और कमजोर होने के लक्षणों के बारे में।

सूर्य की मजबूतता का संकेत

ज्योतिषियों का कहना है कि जिन लोगों की कुंडली में सूर्य देव मजबूत है, वे हर क्षेत्र में सफल होते हैं। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य की अच्छी जगह है, उनके चेहरे तेज होते हैं। मजबूत सूर्य वाले लोग अधिक आत्मविश्वास और नेतृत्व कर सकते हैं। समाज में सम्मान मिलता है। शक्तिशाली सूर्य वाले लोगों को सरकारी पदों पर सफलता मिलती है।

सूर्य की कमजोरी के लक्षण

ज्योतिषियों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है, तो उस व्यक्ति में इच्छाशक्ति कम होती है। यह भी कार्यक्षेत्र पर बुरा प्रभाव डालता है। सूर्य की कमजोरी से काम बिगड़ जाता है। आत्मविश्वास कम दिखता है। सूर्य कमजोर होने वाले लोगों को सही और गलत के बीच निर्णय लेना मुश्किल होता है। सूर्य को पिता के कारक माना गया है। कमजोर सूर्य वाले व्यक्तियों के अपने पिता के साथ रिश्ते कमजोर होते है। सूर्य की कमी सेहत को खराब करती है। साथ ही उनको अन्य समस्याएं भी होती हैं

सूर्य को मजबूत करने के उपाय

ज्योतिषी कहते हैं कि कमजोर सूर्य वाले लोगों को सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। उनका पालन करना चाहिए।

रविवार को व्रत करना चाहिए क्योंकि कुंडली में सूर्य कमजोर है। ये दिन भगवान सूर्य का है।

कुंडली में सूर्य कमजोर है तो भगवान विष्णु की भी पूजा करनी चाहिए.

हर दिन सूर्य के आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. पिता का सम्मान करना चाहिए

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