स्वास्थ्य

 डेंगू और वायरल बुखार के लक्षण? जानिए सही समय पर कैसे पहचानें शोध के बाद

मॉनसून में डेंगू और वायरल बुखार के लक्षण में अंतर करना बेहद जरूरी है। तेज बुखार, हड्डियों में तेज दर्द और लाल चकत्ते जैसे संकेत मिलने पर तुरंत डेंगू टेस्ट करवाएं। समय रहते सही जांच से जुटे गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।

डेंगू और वायरल बुखार: बरसाती सीज़न आते ही खतरनाक डेंगू का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। अक्सर लोग इसे मामूली वायरल बुखार समझ लेते हैं, लेकिन इससे स्वास्थ्य को गहरा नुकसान हो सकता है। आइए जानें डेंगू के प्रमुख लक्षण और उससे संबंधित सावधानियाँ ताकि समय रहते आप सही टेस्ट और इलाज करवा सकें।

 डेंगू और वायरल बुखार—पहचानें इनके बीच का अंतर

  • बुखार की तीव्रता: डेंगू में बुखार तेज (102–104°F) होता है जबकि वायरल बुखार में हल्का बुखार और 100°F तक का तापमान देखी जा सकती है।

  • शारीरिक दर्द: डेंगू में हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द रहता है—जिसे “ब्रेकबोन फीवर” कहा जाता है। वायरल बुखार में दर्द होता है लेकिन इतना तीव्र नहीं।

डेंगू के सामान्य लक्षण—जब तुरंत करें ब्लड टेस्ट

  1. 2–4 दिनों के तेज बुखार के बाद शरीर पर लाल चकत्ते (रैश)

  2. अत्यधिक थकान व कमजोरी

  3. मतली और उल्टी

  4. नाक या मसूड़ों से खून निकलना

  5. भूख न लगना

अगर उपरोक्त किसी भी लक्षण का एक साथ अनुभव हो रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और Dengue NS1 Antigen या IgM/IgG टेस्ट करवाएँ।

डेंगू की गंभीरता को ना करें हल्के में

डेंगू को अनदेखा करने पर कभी कभी डीहाइड्रेशन, प्लेटलेट्स का तेजी से गिरना, सेवियर डेंगू (DHF) जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए घबराएँ नहीं, पर समय रहते सही टेस्ट और इलाज ज़रूर शुरू करें।

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बचाव

  • स्टैंडिंग पानी न रखें जहाँ मच्छर उग सकते हैं।

  • सर्पसर्पेंट कपड़े पहनें और मच्छरदानी या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।

  • हल्का, पौष्टिक भोजन करें और पर्याप्त पानी पिएं—विशेष रूप से बुखार या उल्टी के दौरान।

  • अगर शारीरिक स्थिति बिगड़े—ज़हरीली उल्टी, अधिक रक्तस्त्राव या सांस लेने में दिक्कत—तो तुरंत नज़दीकी अस्पताल जाएँ।

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