
CM Nayab Saini: ऐसे में सरकार ने फसलों के नुकसान को लेकर गंभीरता दिखाते हुए एक्शन लिया है। प्रदेश में आग की घटनाओं के कारण फसल या पशु से संबंधित जान-माल का नुकसान झेलने वाले किसानों को जल्द ही मुआवजा मिलेगा।
CM Nayab Saini: गेहूं की फसलों में आग लगने से प्रदेश में किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है। किसान मुआवजे की मांग को लेकर राज्य के कई जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। यही कारण है कि सरकार ने फसलों के नुकसान को गंभीरता से लिया है। प्रदेश में आग लगने से फसल या पशुधन क्षतिग्रस्त होने वाले किसानों को जल्द ही मुआवजा मिलेगा।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने निर्देश दिए। आग से प्रभावित क्षेत्र के किसान संबंधित उपायुक्तों से संपर्क करके क्षति की सूचना दे सकते हैं। साथ ही फसलों के नुकसान से पीड़ित किसानों को आगामी फसलों की बुवाई के लिए बीज और खाद भी मिलेगा।
सरकार 61 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दे-करण चौटाला
जिला परिषद सिरसा के चेयरमैन करण सिंह चौटाला के नेतृत्व में इनेलो के वरिष्ठ पदाधिकारियों, किसान नेताओं और विभिन्न गांवों के किसानों ने लघु सचिवालय परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने आग से नष्ट हुई फसलों के लिए सरकार से प्रति एकड़ 61 हजार रुपए मुआवजा की मांग की। वे सिरसा के उपायुक्त से मिले और मुख्यमंत्री को पत्र भेजा।
सैकड़ों एकड़ गेहूं और दूसरी फसलें जलकर राख हो गईं
हाल ही में जिले के विभिन्न गांवों लुदेसर, रूपाणा दडाबा, भुर्टवाला और चिलकनी ढाबा में फसलों में आग लग गई, जिला परिषद के चेयरमैन व इनेलो नेता करण चौटाला ने बताया। सैकड़ों एकड़ गेहूं सहित अन्य फसलें जला दीं। यमुनानगर में राजनीतिक कार्यक्रम के तहत किसानों को फसल काटने के लिए प्रति एकड़ 61 हजार रुपए मुआवजा दिया गया था। सरकार को सिरसा जिले के किसानों को प्रति एकड़ 61 हजार रुपये की विशेष राहत देनी चाहिए। किसानों की फसल के साथ-साथ सोलर ट्यूबवेल और ट्रैक्टर भी खराब हो गए हैं। सरकार को भी उनका मुआवजा देना चाहिए।
उपाध्यक्ष शांतनु शर्मा ने आश्वासन दिया
विशेष गिरदावरी का कार्य चल रहा है, उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा। सोमवार शाम तक चोपता क्षेत्र में लगी आग को बुझाया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट बनाई जाएगी और सरकार को भेजी जाएगी। इस दौरान इनेलो के जिला अध्यक्ष जसवीर सिंह, विनोद बेनीवाल, आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मनोहर मेहता, किसान नेता रवि आजाद, महावीर शर्मा, प्रदीप मेहता, गुरविंद्र सिंह, भगवान कोटली, ओमप्रकाश शर्मा, मुख्तियार सिंह, किसान रामस्वरूप, श्रीराम, महावीर, नंदलाल, दुनीराम, इंद्रपाल, साहब राम, रणबीर, कृष्ण, रुलीचंद व हरिराम आदि मौजूद रहे।