उत्तरकाशी में यमुना नदी पर बनी झील से यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल डूबा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया निरीक्षण
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी क्षेत्र में यमुना नदी पर मलबा जमा होने से एक अस्थाई झील बन गई है, जिससे यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल डूब गया है। इस आपदा ने स्थानीय लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं और क्षेत्र में चिंता का माहौल बना हुआ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को स्यानाचट्टी पहुंचकर आपदा प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने यमुना नदी पर बनी झील का भी जायजा लिया और अधिकारियों को मलबा हटाकर जल निकासी बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि पानी का दबाव कम हो सके और पुनः ऐसी स्थिति न बने।
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स्यानाचट्टी के पास बने कुपड़ा कुंशाला पुल का भी सीएम ने निरीक्षण किया और जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के आदेश दिए। उन्होंने वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाने को भी कहा ताकि आवाजाही बाधित न हो। इसके अलावा, उन्होंने जिलाधिकारी को स्थानीय लोगों को हुए नुकसान का तुरंत आंकलन कर उचित रिपोर्ट प्रस्तुत करने और बाधित आवाजाही के कारण आलू की फसल की उचित खरीद की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
धराली आपदा के बाद गंगोत्री हाईवे भी अभी तक पूरी तरह से सुचारू नहीं हो पाया है। हर्षिल में भागीरथी नदी में बनी झील के कारण गंगोत्री हाईवे का लगभग सौ मीटर हिस्सा जलमग्न है। चमोली जिले के थराली क्षेत्र के बरमाडी गांव के आसपास भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, जिसके चलते स्थानीय लोग वर्षा के समय सतर्क हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और जल्द से जल्द राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों को तेज किया जाएगा। इस मौके पर स्थानीय विधायक, जिला प्रशासन और सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
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