मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक में बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह का भव्य उद्घाटन किया और 194 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को विशेष बधाई दी। पढ़ें समारोह की पूरी रिपोर्ट।
रोहतक में आयोजित बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह की शुरुआत में उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 194 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों और छात्राओं को विशेष रूप से सम्मानित करते हुए उनकी मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए गर्व और गौरव का दिन होता है।
विश्वविद्यालय का गौरव और इतिहास
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की स्थापना 2012 में हुई थी, जबकि बाबा मस्तनाथ आयुर्वेद महाविद्यालय 1957 में समाज के कमजोर वर्गों के लिए इलाज की सेवा हेतु स्थापित किया गया था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस विश्वविद्यालय को भक्ति, योग, कर्मयोग और हठयोग का संगम बताया, जो इसकी खास पहचान है।
शिक्षा और कौशल विकास पर जोर
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश में लागू नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए बताया कि स्कूल से लेकर कॉलेज तक की शिक्षा अब कौशल विकास के साथ जोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रदेश में 80 नए सरकारी महाविद्यालय खोले गए हैं, जिनमें से 30 महाविद्यालय केवल कन्याओं के लिए हैं। इसके साथ ही 13 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं और मेडिकल कॉलेजों की संख्या 6 से बढ़कर 17 हो गई है। एमबीबीएस की सीटें भी 700 से बढ़कर 2435 हो गई हैं, जिससे चिकित्सा शिक्षा में भारी वृद्धि हुई है।
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युवाओं के लिए नई अवसरों की घोषणा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि अब तक 1 लाख 80 हजार युवाओं को बिना किसी आवेदन शुल्क या पर्ची के सरकारी नौकरियां दी गई हैं और आने वाले समय में यह संख्या 2 लाख तक बढ़ाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पासपोर्ट निःशुल्क बनाने की सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही, तकनीकी संस्थानों में प्लेसमेंट के लिए 580 से अधिक उद्योगों के साथ एमओयू भी साइन किए गए हैं, जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
विद्यार्थियों को प्रेरक संदेश
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विद्यार्थियों को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “शिक्षा का असली मकसद यही है कि हम समर्पण और ईमानदारी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें।” उनका यह संदेश विद्यार्थियों के लिए एक प्रोत्साहन का स्रोत बना।
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