मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर 7वें राज्य वित्त आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री अरूण चतुर्वेदी ने शिष्टाचार मुलाकात की। यह उनकी मुख्यमंत्री से नियुक्ति के बाद पहली आधिकारिक भेंट थी। इस दौरान उन्होंने राज्य के पंचायतीराज संस्थाओं और नगरीय निकायों के वित्तीय सुदृढ़ीकरण के उपायों सहित आयोग के कार्यक्षेत्र से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
राज्य वित्त आयोग का महत्व और कार्यक्षेत्र
7वां राज्य वित्त आयोग आगामी डेढ़ वर्ष के अपने कार्यकाल के दौरान पंचायतीराज और स्थानीय निकाय संस्थाओं के वित्तीय प्रबंध और आवंटित राशि के उचित बंटवारे के लिए सिफारिशें प्रदान करेगा। आयोग का मुख्य उद्देश्य स्थानीय शासन संस्थाओं की वित्तीय स्थिति का समग्र मूल्यांकन कर उसमें सुधार हेतु प्रभावी सुझाव देना है।
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वित्तीय सुधारों के लिए सिफारिशें
अध्यक्ष श्री चतुर्वेदी ने बताया कि आयोग न केवल पंचायत और नगर निकायों की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करेगा, बल्कि इन संस्थाओं के राजस्व संग्रहण की क्षमता बढ़ाने हेतु विभिन्न करों, ड्यूटी और अन्य राजस्व स्रोतों के संग्रहण के उपायों पर भी सिफारिशें करेगा। यह पहल स्थानीय प्रशासन को वित्तीय रूप से मजबूत करने में सहायक होगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का संदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पंचायत और नगरीय निकायों के वित्तीय सुदृढ़ीकरण को प्राथमिकता देती है ताकि स्थानीय स्तर पर विकास कार्य प्रभावी ढंग से संचालित हो सकें। उन्होंने आयोग के अध्यक्ष को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनकी सिफारिशें राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।
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