खेलट्रेंडिंग

IND vs ENG: कप्तान शुभमन गिल को बड़ी चिंता, मैनचेस्टर टेस्ट में हार होने पर शर्मनाक वर्ल्ड रिकॉर्ड बन जाएगा

IND vs ENG: मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया की कड़ी और बड़ी परीक्षा होगी। यदि भारतीय टीम इस मैच को जीत नहीं पाती तो एक शर्मनाक रिकॉर्ड बन जाएगा।

IND vs ENG Test: 23 जुलाई से इंग्लैंड और भारत के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले में बहुत कम समय बाकी है। टीम इंडिया सीरीज में पहले से ही पिछड़ गया है, इसलिए कप्तान शुभमन गिल इस समय टेंशन में होंगे। दरअसल टीम इंडिया अगर मैच को हार गई तो एक ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड बनेगा, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। इससे बचने के लिए टीम इंडिया को ये मैच हर हाल में जीतना ही होगा। नहीं तो शुभमन गिल की कप्तानी पर शुरुआत में ही दाग लग जाएगा।

IND vs ENG: मैनचेस्टर में 9 टेस्ट खेलकर भी टीम इंडिया अभी तक जीत नहीं पाई है

टीम इंडिया ने अब तक मैनचेस्टर में 9 टेस्ट मैच खेले हैं। ये सिलसिला 1936 से जारी है। इस दौरान, भारतीय टीम ने चार मुकाबले हारे हैं और पांच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। यहां यानी भारतीय टीम ने एक भी मैच जीत नहीं पाया है। मैनचेस्टर के अलावा केवल बारबाडोस ही ऐसा स्टेडियम है, जहां टीम इंडिया इतने मैच खेलने के बाद भी कोई मुकाबला जीत नहीं पाई है।

also read:- इस युवा खिलाड़ी अंशुल कम्बोज की पलटी किस्मत, सीरीज के बीच…

भारतीय टीम बारबाडोस में 9 में 7 मैच हार चुकी है

आप मैनचेस्टर के आंकड़े देख चुके हैं, अब बारबाडोस के बारे में भी जानिए। टीम इंडिया ने यहां भी अब तक 9 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से सात हारे हैं, दो ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं। यानी टीम इंडिया ने यहाँ भी 1953 से लेकर अब तक जीत नहीं हासिल की है।

कोई भी टीम 10 टेस्ट खेलकर भी इस हाल में नहीं

अब उसके निराशाजनक विश्व रिकॉर्ड के बारे में जानिए। भारतीय टीम को कभी ऐसा नहीं हुआ कि एक मैदान पर दस मैच खेलकर एक भी जीत नहीं मिली हो। टीम इंडिया इस मैच को हारने या ड्रॉ करने पर एक नया कीर्तिमान बन जाएगा। इतना ही नहीं, दुनिया में एक मैदान पर 10 मैच खेलकर एक भी मैच नहीं जीत पाई है। यानी टीम इंडिया एक शर्मनाक रिकॉर्ड की ओर बढ़ रही है। जीत के बाद ही इससे बचना संभव होगा; अगर ऐसा नहीं हुआ, तो शुभमन गिल की कप्तानी पर ऐसा दाग लगेगा, जो छुड़ाना मुश्किल होगा।

For More English News: http://newz24india.in

Related Articles

Back to top button