लक्ष्मी नारायण योग बनते ही इन तीन राशियों की चमकेगी किस्मत, जन्माष्टमी के बाद शुक्र-बुध की युति से मिलेगा बड़ा लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब शुक्र और बुध ग्रह किसी राशि में युति करते हैं तो अत्यंत शुभ लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। इस बार यह योग 21 अगस्त को कर्क राशि में बनने जा रहा है, जो खासकर मेष, कर्क और कन्या राशि के जातकों के लिए आर्थिक समृद्धि, सफलता और मान-सम्मान के नए द्वार खोलने वाला है।
लक्ष्मी नारायण योग का महत्व और प्रभाव
शुक्र ग्रह को धन, भौतिक सुख-सुविधा, प्रेम और सौंदर्य का कारक माना जाता है, जबकि बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, व्यापार और संवाद कौशल का प्रतीक है। जब ये दोनों ग्रह किसी राशि में साथ आते हैं तो व्यापार, नौकरी और व्यक्तिगत जीवन में अत्यंत शुभ परिणाम देते हैं। इस बार जन्माष्टमी के चार दिन बाद कर्क राशि में बनने वाला यह योग विशेष रूप से इन राशियों के लिए अवसरों से भरा रहेगा।
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद फायदेमंद होगा। नए वाहन या घर खरीदने के योग बन रहे हैं। वित्तीय परेशानियां दूर होकर धन लाभ के रास्ते खुलेंगे। नए कारोबार या नौकरी की संभावनाएं प्रबल होंगी। साथ ही जीवन में नए सकारात्मक संबंध भी बन सकते हैं।
कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए लक्ष्मी नारायण योग धन-संपत्ति और खुशहाली लेकर आएगा। कोई बड़ा व्यवसायिक सौदा पूरा हो सकता है, और लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और परिवार के सहयोग से हर कार्य सफल होगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होने से मन में संतोष आएगा।
कन्या राशि: कन्या राशि के लिए यह योग नौकरी और व्यवसाय में उन्नति का प्रतीक है। प्रमोशन मिलने के योग हैं, मान-सम्मान बढ़ेगा और आय के नए स्रोत खुलेंगे। विदेश में नौकरी या कोई बड़ा अवसर प्राप्त होने की भी संभावना है। पुराने विवाद और गलतफहमियां दूर होकर रिश्ते सुधरेंगे।
कैसे करें इस योग का लाभ?
ज्योतिष सलाह के अनुसार, इस शुभ योग के दौरान सकारात्मक सोच बनाए रखना और मेहनत करना अत्यंत आवश्यक है। शुभ कार्यों की शुरुआत करें, नए संपर्क बनाएं और अपने कौशल में सुधार करें। इससे लक्ष्मी नारायण योग की ऊर्जा का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा।
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