https://support.google.com/news/publisher-center/answer/13060993
धर्म

Ganesh Visarjan On Anant Chaturdashi 2025: कब है अनंत चतुर्दशी और गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा?

Ganesh Visarjan On Anant Chaturdashi 2025: अनंत चतुर्दशी 2025 पर गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि जानें। 6-7 सितंबर को गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जित करने का सही समय और अनंत चतुर्दशी का महत्व पढ़ें।

Ganesh Visarjan On Anant Chaturdashi 2025: अनंत चतुर्दशी 2025 के पावन अवसर पर गणेश उत्सव का समापन भव्य विधि-विधान के साथ होगा। यह त्योहार भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है और गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जन के साथ गणेशोत्सव का अंत होता है। अगर आप इस वर्ष अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन करने का विचार बना रहे हैं, तो यहां जानिए इस दिन का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि।

अनंत चतुर्दशी 2025 कब है?

अनंत चतुर्दशी 2025, जिसे अनंत चौदस भी कहा जाता है, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर पड़ती है। इस साल यह तिथि 6 सितंबर 2025 को सुबह 3:12 बजे शुरू होकर 7 सितंबर 2025 को सुबह 1:41 बजे समाप्त होगी। इसी दिन गणेश विसर्जन का शुभ अवसर होता है।

Ganesh Visarjan का शुभ मुहूर्त 2025

इस वर्ष Ganesh Visarjan के लिए निम्नलिखित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं, जिनमें पूजा और विसर्जन करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है:

प्रातः मुहूर्त: सुबह 7:36 बजे से 9:10 बजे तक

अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): दोपहर 12:19 बजे से शाम 5:02 बजे तक

सायाह्न मुहूर्त (लाभ): शाम 6:37 बजे से 8:02 बजे तक

रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर): रात 9:28 बजे से अगले दिन सुबह 1:45 बजे तक

उषाकाल मुहूर्त (लाभ): 7 सितंबर को सुबह 4:36 बजे से 6:02 बजे तक

गणेश विसर्जन के लिए इन मुहूर्तों में से किसी भी समय को चुनना शुभ होता है, जिससे भगवान गणेश की कृपा बनी रहती है।

अनंत चतुर्दशी पूजा का महत्व और विधि

अनंत चतुर्दशी को भगवान विष्णु, माता यमुना और शेषनाग की पूजा भी की जाती है। इस दिन भक्त ‘अनंत सूत्र’ बांधकर अपने कर्तव्यों और जीवन में सकारात्मकता की कामना करते हैं। गणेश विसर्जन के समय, गणेशजी की मूर्ति की विधिवत पूजा की जाती है, जिसमें उन्हें भोग लगाया जाता है और फिर ढोल-नगाड़ों की थाप पर जुलूस के साथ मूर्ति को जल में विसर्जित किया जाता है। इस दिन की पूजा-उपासना से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

Ganesh Visarjan की विधि

पूजा सामग्री तैयार करें: फूल, धूप, दीप, मोदक, फल और गणेशजी की मूर्ति।

पूजा करें: गणेशजी का आवाहन करके विधि विधान से पूजा करें।

भोग लगाएं: गणेशजी को प्रसाद अर्पित करें।

विसर्जन: ढोल-नगाड़ों के साथ गणेशजी की मूर्ति को जल में विसर्जित करें।

प्रार्थना करें: गणेशजी से आशीर्वाद लेकर सभी कार्य सफल हों, ऐसी प्रार्थना करें।

also read:- Chandra Grahan 2025 Sutak Time: 7 सितंबर को लगने वाले…

Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x

Related Articles

Back to top button