धर्म

सावन सोमवार: शाम को करें शिव षडाक्षर स्तोत्र का पाठ, महादेव दूर करेंगे सभी दुख और संकट

सावन सोमवार को शाम को शिव षडाक्षर स्तोत्र का पाठ करें और भगवान शिव से अपने सभी दुख-दरिद्रता दूर करने की प्रार्थना करें। जानिए इस स्तोत्र का महत्व और लाभ।

सावन सोमवार: सावन महीने के दूसरे सोमवार का दिन इस बार बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि यह कामिका एकादशी के साथ संयोग में पड़ रहा है। सावन सोमवार को भगवान शिव की पूजा विशेष विधि से की जाती है, जिससे भक्तों के सभी दुख-दरिद्रता दूर होते हैं और जीवन में सुख-शांति आती है। इस दिन शाम को शिव षडाक्षर स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस स्तोत्र के जाप से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

शिव षडाक्षर स्तोत्र का महत्व और लाभ

शिव षडाक्षर स्तोत्र के रचयिता महान दार्शनिक आदि शंकराचार्य हैं। यह स्तोत्र भगवान शिव के षडाक्षर मंत्र “नमः शिवाय” की महिमा को संजोए हुए है। जो भी श्रद्धा और भक्ति के साथ इसका नियमित पाठ करता है, वह जीवन के कष्टों से मुक्त हो जाता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है और सभी प्रकार के भय, कष्ट व बाधाएं दूर हो जाती हैं।

कौन करें शिव षडाक्षर स्तोत्र का जाप?

यदि आप जीवन में मन मुताबिक फल पाने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं या किसी कारण व्याकुल और तनावग्रस्त हैं तो सावन सोमवार की शाम इस स्तोत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी होगा। यह पाठ आपकी मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और भगवान शिव की असीम कृपा प्रदान करता है।

शिव षडाक्षर स्तोत्र पाठ

ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः ।
कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः ॥1॥

नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः ।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः ॥2॥

महादेवं महात्मानं महाध्यानं परायणम् ।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः ॥3॥

शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम् ।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः ॥4॥

वाहनं वृषभो यस्य वासुकिः कंठभूषणम् ।
वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः ॥5॥

यत्र यत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः ।
यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः ॥6॥

षडक्षरमिदं स्तोत्रं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥7॥

यह भी पढ़ें:- सावन पूजा टिप्स: शिवलिंग पर भूलकर भी न चढ़ाएं ये फल,…

Related Articles

Back to top button