शरीर में प्यूरिन के जमाव से बढ़ सकता है यूरिक एसिड, जानिए गठिया के शुरुआती संकेत और बचाव के उपाय
उच्च यूरिक एसिड शरीर में गठिया और किडनी रोग की चेतावनी देता है। जानें कौन से शुरुआती लक्षण बताते हैं कि शरीर में प्यूरिन जमा हो रहा है।
शरीर में प्यूरिन: तेजी से बदलती जीवनशैली और गलत खानपान के चलते आजकल उच्च यूरिक एसिड (High Uric Acid) की समस्या सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवा वर्ग भी इसकी चपेट में आ रहा है। यह स्थिति तब और भी गंभीर हो जाती है जब गठिया (Gout) या किडनी की पथरी जैसी समस्याएं उभरने लगती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि शरीर में प्यूरिन नामक तत्व का जमाव अधिक हो जाए तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है।
कैसे बनता है शरीर में यूरिक एसिड?
जब शरीर प्यूरिन युक्त आहार को पचाता है, तो उसका उपोत्पाद यूरिक एसिड के रूप में बनता है। यदि यह यूरिक एसिड पेशाब के माध्यम से बाहर नहीं निकल पाता तो यह रक्त में जमा होने लगता है और समय के साथ जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमकर गठिया जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।
शरीर में प्यूरिन युक्त आहार जो यूरिक एसिड बढ़ा सकते हैं:
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रेड मीट (मटन, बीफ)
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सी फूड (झींगे, सार्डिन, टूना)
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दालें, राजमा, चना
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बियर और शराब
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फुल-फैट डेयरी उत्पाद
यदि आपको हाई यूरिक एसिड की आशंका है, तो इन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित या बंद करना चाहिए।
यूरिक एसिड बढ़ने के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
1. अचानक जोड़ों में तेज दर्द:
सबसे आम लक्षण है अचानक और असहनीय दर्द, खासकर पैर के अंगूठे, टखनों, घुटनों या उंगलियों में।
2. जोड़ों में सूजन और लालिमा:
किसी एक जोड़ के आसपास सूजन, गर्माहट या लालिमा महसूस होना भी गाउट का संकेत हो सकता है।
3. मांसपेशियों में अकड़न या दर्द:
हाई यूरिक एसिड के कारण मांसपेशियों में जकड़न और थकान जैसी स्थिति भी बन सकती है, जिससे लचीलापन कम हो जाता है।
4. त्वचा में खुजली और छिलना:
गंभीर मामलों में जोड़ों के आसपास की त्वचा सूखी, परतदार या खुजलीदार हो सकती है, जो यूरिक एसिड क्रिस्टल का संकेत हो सकता है।
कैसे करें शुरुआत में ही पहचान और बचाव?
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समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराएं (Serum Uric Acid Test)
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रोज़ाना पर्याप्त पानी पीना
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प्यूरिन फ्री डाइट अपनाएं
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अत्यधिक प्रोटीन और शराब के सेवन से बचें
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डॉक्टर की सलाह से NSAIDs या यूरेट-लोअरिंग दवाएं लें



