भारत में 1977 से 2022 तक 10 राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को शपथ ली है। जानिए कैसे बना यह दिन शपथ ग्रहण की ऐतिहासिक परंपरा।
भारतीय गणराज्य में 25 जुलाई का दिन एक ऐतिहासिक परंपरा बन चुका है। वर्ष 1977 से लेकर 2022 तक, भारत के 10 राष्ट्रपतियों ने इसी दिन पद और गोपनीयता की शपथ ली है। इस परंपरा की शुरुआत छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी से हुई और अब तक द्रौपदी मुर्मू सहित सभी राष्ट्रपतियों ने इसी तारीख को राष्ट्रपति पद ग्रहण किया है।
13 मई से 25 जुलाई तक का बदलाव: प्रारंभिक वर्षों की शपथ तिथियां
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ शपथ ली थी। हालांकि, पहली बार लोकतांत्रिक प्रक्रिया से निर्वाचित होकर उन्होंने 13 मई 1952 को दोबारा शपथ ली। इसके बाद यह परंपरा बनी कि राष्ट्रपति 13 मई को शपथ लेंगे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1962), डॉ. जाकिर हुसैन (1967), और वी.वी. गिरी (1969) ने भी इसी तिथि को शपथ ली थी।
जब कार्यकाल के बीच हुआ राष्ट्रपति का निधन
भारत के दो राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद का निधन कार्यकाल के दौरान ही हुआ था। डॉ. हुसैन के निधन के बाद वी.वी. गिरी और फिर जस्टिस मोहम्मद हिदायतुल्ला ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में क्रमशः 3 मई और 20 जुलाई 1969 को शपथ ली। फखरुद्दीन अली अहमद के निधन (1977) के बाद बी.डी. जत्ती कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।
also read:- गृह मंत्रालय हो रहा है सीसीएस‑3 की नई इमारत में शिफ्ट
25 जुलाई की शुरुआत और निरंतरता
1977 में नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई को भारत के छठे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उसके बाद यह तिथि एक स्थायी परंपरा बन गई। नीचे 25 जुलाई को शपथ लेने वाले राष्ट्रपतियों की सूची दी गई है:
-
नीलम संजीव रेड्डी – 1977
-
ज्ञानी जैल सिंह – 1982
-
रामास्वामी वेंकटरमण – 1987
-
शंकर दयाल शर्मा – 1992
-
के.आर. नारायणन – 1997
-
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम – 2002
-
प्रतिभा पाटिल – 2007
-
प्रणब मुखर्जी – 2012
-
रामनाथ कोविंद – 2017
-
द्रौपदी मुर्मू – 2022
For More English News: http://newz24india.in



