दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने HIMS का शुभारंभ किया, जिससे मरीज, डॉक्टर और अस्पताल जुड़ेंगे डिजिटल नेटवर्क से। 34 आरोग्य मंदिर और 8 जन औषधि केंद्र भी खुले।
दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल क्रांति की शुरुआत करते हुए विस्तारित स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली (HIMS) का शुभारंभ किया है। इस प्रणाली के जरिए अब दिल्ली के अस्पताल, डॉक्टर और मरीज एक ही नेटवर्क से जुड़े रहेंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवा और अधिक पारदर्शी, त्वरित और कुशल बनेगी।
दिल्ली में HIMS की शुरुआत: अस्पताल, डॉक्टर और मरीज अब डिजिटल नेटवर्क से जुड़े
HIMS के तहत मरीज ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकेंगे और उन्हें अस्पतालों में लंबी कतारों में इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक दिल्ली में 93 लाख से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) आईडी बनाई जा चुकी हैं, जिनके माध्यम से मरीजों का हेल्थ डेटा डिजिटल रूप में सुरक्षित रूप से संग्रहित और ट्रैक किया जाएगा। इससे डॉक्टरों को बेहतर और प्रभावी इलाज में मदद मिलेगी।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 34 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और 8 जन औषधि केंद्रों का भी उद्घाटन किया। ये केंद्र टीकाकरण, मातृ एवं शिशु देखभाल, स्वास्थ्य सलाह और योग सत्र जैसी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। साथ ही, जन औषधि केंद्रों के माध्यम से गरीबों को सस्ते दामों पर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी।
रेखा गुप्ता ने कहा कि पूर्व सरकारें स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद एक भी परियोजना पूरी नहीं कर पाईं। कोविड महामारी के दौरान भी अस्पतालों की स्थिति कमजोर रही। अब उनकी सरकार दिल्ली को सुपर-स्पेशलिटी अस्पतालों और आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का केंद्र बनाएगी, ताकि देशभर के लोग बेहतर इलाज के लिए दिल्ली आएं।
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवा ढांचे को मजबूत करने के लिए तेजी से काम किया है और पिछले एक महीने में 68 आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल विज्ञापन नहीं करती, बल्कि काम करने वाली सरकार है। साथ ही, उन्होंने बताया कि जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर और भी लोगों तक सस्ती दवाइयां पहुंचाई जाएंगी।
नई HIMS प्रणाली को जल्द ही दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इससे मरीजों को डिजिटल ओपीडी स्लिप, रीयल टाइम हेल्थ रिकॉर्ड एक्सेस जैसी सुविधाएं मिलेंगी, जो स्वास्थ्य सेवा में क्रांतिकारी बदलाव साबित होंगी।
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