बारिश के मौसम में तेजी से फैल रहा है पेट फ्लू (वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस), जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस या पेट फ्लू बारिश के मौसम में तेजी से फैल रहा है। जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के प्रभावी उपाय ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके।
बारिश के मौसम में वायरल बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ जाता है, और इन्हीं में से एक है वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस, जिसे आमतौर पर पेट फ्लू (Stomach Flu) के नाम से जाना जाता है। यह एक संक्रामक आंत संबंधी बीमारी है, जो खासतौर पर दूषित भोजन, पानी या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है।
यह बीमारी बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आइए जानें पेट फ्लू के लक्षण, कारण और इससे बचाव के प्रभावी उपाय।
पेट फ्लू (Stomach Flu) क्या है?
वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस एक प्रकार का आंत का संक्रमण है, जो छोटी आंत और बड़ी आंत (कोलन) को प्रभावित करता है। यह सामान्य फ्लू (Influenza) से अलग होता है क्योंकि यह आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है, जबकि फ्लू आपके श्वसन तंत्र (नाक, गला और फेफड़ों) पर असर डालता है।
पेट फ्लू (वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस) के प्रमुख लक्षण
वायरस शरीर में प्रवेश करने के 1 से 3 दिनों के भीतर इसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। यह संक्रमण हल्के से गंभीर तक हो सकता है। मुख्य लक्षण हैं:
- पानी जैसा दस्त (Watery Diarrhea)
- मतली और उल्टी (Nausea & Vomiting)
- पेट में ऐंठन और दर्द (Abdominal Cramps & Pain)
- मांसपेशियों में दर्द (Muscle Aches)
- सिरदर्द और कमजोरी (Headache & Weakness)
- हल्का बुखार (Mild Fever)
- कभी-कभी खून युक्त दस्त (Bloody Diarrhea – Severe Cases)
लक्षण आमतौर पर 1-2 दिन रहते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह 10 से 14 दिनों तक भी रह सकते हैं।
पेट फ्लू के होने के मुख्य कारण
- दूषित पानी पीना
- संक्रमित व्यक्ति से संपर्क
- खुले या अस्वच्छ जगह का भोजन करना
- गंदे हाथों से खाना खाना
- कमजोर इम्यून सिस्टम
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पेट फ्लू (Stomach Flu) से बचाव के उपाय
1. स्वच्छता का रखें ध्यान: खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोएं। बाहर का दूषित और खुला खाना खाने से बचें।
2. साफ पानी पिएं: उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं। सार्वजनिक जगहों पर पानी पीने से बचें।
3. इम्यूनिटी मजबूत करें: हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें। विटामिन C युक्त फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं।
4. संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखें: यदि किसी को उल्टी या दस्त हो रहा है, तो उसके संपर्क में आने से बचें।
5. बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें: उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसलिए उन्हें विशेष सावधानी की जरूरत होती है।
कब डॉक्टर के पास जाएं?
यदि पेट फ्लू के लक्षण 2-3 दिन से ज्यादा बने रहें, या दस्त में खून आने लगे, या डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) के लक्षण दिखें जैसे अत्यधिक प्यास लगना, पेशाब कम आना, या चक्कर आना – तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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