धर्म

ललिता सप्तमी 2025 कब है? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और खास योग

ललिता सप्तमी 2025 इस बार 30 अगस्त को मनाई जाएगी। जानें शुभ मुहूर्त, इंद्र योग और त्रिपुष्कर योग के संयोग में पूजा का महत्व और पंचांग विवरण।

सनातन धर्म में राधा रानी की प्रिय सखी देवी ललिता को अत्यंत पूजनीय माना गया है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाने वाली ललिता सप्तमी 2025 का पर्व इस वर्ष 30 अगस्त को श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाएगा। यह तिथि राधा अष्टमी से एक दिन पूर्व आती है और इसका विशेष धार्मिक महत्व होता है।

इस दिन श्रद्धालु राधा रानी और देवी ललिता जी की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से साधक के जीवन के समस्त कष्ट दूर होते हैं और इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

 ललिता सप्तमी 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त

  • सप्तमी तिथि प्रारंभ: 29 अगस्त 2025, रात 08:21 बजे

  • सप्तमी तिथि समाप्त: 30 अगस्त 2025, रात 10:46 बजे

  • ललिता सप्तमी मनाने की तिथि: 30 अगस्त 2025 (शनिवार)

  • सूर्योदय के अनुसार तिथि विद्यमान होने से यही दिन मान्य होगा।

 ललिता सप्तमी 2025 शुभ योग और विशेष संयोग

ललिता सप्तमी 2025 के दिन कई शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जो इस दिन की आध्यात्मिक ऊर्जा और फल को और अधिक प्रभावशाली बनाते हैं।

  • इंद्र योग: दोपहर 03:10 बजे तक

    • यह योग सफलता, सम्मान और वैभव प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ माना गया है।

  • त्रिपुष्कर योग: दोपहर 02:37 बजे तक

    • इस योग में किए गए कार्य तीन गुना फलदायक होते हैं।

इन दोनों योगों में देवी ललिता और राधा रानी की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।

ललिता सप्तमी पंचांग विवरण (30 अगस्त 2025)

विवरण                 समय
सूर्योदय                05:58 AM
सूर्यास्त                 06:45 PM
चंद्रोदय                12:14 PM
चंद्रास्त                 10:38 PM
ब्रह्म मुहूर्त              04:28 AM – 05:13 AM
विजय मुहूर्त           02:29 PM – 03:20 PM
गोधूलि मुहूर्त          06:45 PM – 07:07 PM
निशीथ मुहूर्त          11:59 PM – 12:44 AM (31 अगस्त को)

इन मुहूर्तों में पूजा-पाठ, जाप, व्रत संकल्प, और आरती करना अत्यंत शुभफलदायक माना जाता है।

ललिता सप्तमी का धार्मिक महत्व

ललिता सप्तमी का पर्व भक्ति, प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन देवी ललिता और राधा रानी की पूजा करने से साधक को आध्यात्मिक उन्नति, सौभाग्य, और मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मिलता है। यह दिन विशेष रूप से स्त्रियों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है, जो अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए यह व्रत करती हैं।

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