सूर्य ग्रहण 2025: गर्भवती महिलाओं के लिए 5 जरूरी सावधानियां, जिनसे बचें सूर्य ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव
सूर्य ग्रहण 2025: गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान इन 5 जरूरी सावधानियों का पालन करें और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षित रहें। जानिए क्या करें और क्या बचें।
Surya Grahan 2025: साल 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण 22 सितंबर को लगने वाला है, जिसे धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं, जिसका असर सभी पर पड़ता है, खासकर गर्भवती महिलाओं पर। इसलिए उन्हें सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि वे और उनके गर्भस्थ शिशु सुरक्षित रहें।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बरतनी चाहिए ये 5 सावधानियां
1. सूतक काल में घर के अंदर रहें: सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इस बार सूतक काल सुबह 11 बजे से शुरू होगा क्योंकि ग्रहण रात 11 बजे से लगेगा। इस समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और घर के अंदर ही रहना शुभ माना जाता है।
2. नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें: ग्रहण के दिन कैंची, चाकू, सुई जैसी नुकीली चीजों का उपयोग करना वर्जित है। गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर इन चीजों से दूर रहना चाहिए। इसके अलावा किचन के कामों से भी इस दिन दूरी बनाए रखें।
3. खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें: ग्रहण के दौरान सूरज की किरणें गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक मानी जाती हैं। इसलिए खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें ताकि सूर्य की किरणें सीधे आपके ऊपर न पड़ें। सूतक काल में यह विशेष सावधानी जरूरी है।
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4. वाद-विवाद और नकारात्मक सोच से बचें: ग्रहण के दिन गर्भवती महिलाओं को वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए और मन में नकारात्मक विचार नहीं लाने चाहिए। ऐसा करने से गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। सकारात्मक सोच और शांति बनाए रखें।
5. नकारात्मक लोगों और स्थानों से बचें: ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा फैलाने वाले लोग और स्थान गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए ऐसी जगहों और लोगों से दूरी बनाए रखें। साथ ही इस दिन बाल और नाखून काटने से भी बचें।
सूर्य ग्रहण के दिन ये काम करें, मिलेगा लाभ
धार्मिक पाठ और मंत्र जाप करें: गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दिन ईश्वर का ध्यान करना चाहिए और धार्मिक ग्रंथ पढ़नी चाहिए। विशेषकर विष्णु सहस्त्रनाम और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ शुभ फलदायक माना जाता है।
स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें: ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान कर साफ कपड़े पहनना ग्रहण की नकारात्मकता को दूर करता है और शांति प्रदान करता है।
मंत्र जाप से मिलेगी सुरक्षा: मंत्रों का जाप और ध्यान गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशु के लिए सकारात्मक ऊर्जा और सुरक्षा प्रदान करता है।
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