राज्यपंजाब

पंजाब में बाढ़ पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला, पंजाब भाजपा की उदासीनता पर भी जताई नाराजगी

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर बाढ़ राहत में उदासीनता बरतने का आरोप लगाया। भाजपा नेताओं की राजनीति पर भी कड़ी आलोचना की।

पंजाब के वित्त मंत्री और योजना, आबकारी व कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि पंजाब, जो देश की चुनौतियों का सामना हमेशा साहस के साथ करता आया है, उसकी बाढ़ पीड़ा को केंद्र सरकार पूरी तरह से नजरअंदाज कर रही है।

60,000 करोड़ रुपये के बकाया राहत पैकेज पर केंद्र की चुप्पी

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी में राज्य की 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि, जिसमें जीएसटी मुआवजा, आरडीएफ, एमडीएफ और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बकाया शामिल है, जारी करने की मांग की गई थी। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर बातचीत की लेकिन राहत पैकेज या बकाया राशि जारी करने का कोई आश्वासन नहीं दिया।

पंजाब भाजपा की राजनीति पर वित्त मंत्री की आलोचना

चीमा ने पंजाब भाजपा नेताओं, विशेष रूप से राज्य अध्यक्ष सुनील जाखड़, कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के बजाय ये नेता राजनीतिक रैलियों में व्यस्त हैं, जबकि राज्य बाढ़ से जूझ रहा है। उन्होंने पंजाब भाजपा नेताओं की उदासीनता पर कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उन्हें इस रवैये पर शर्म आनी चाहिए।

Also Read: बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पंजाब सरकार का बड़ा राहत…

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पंजाब सरकार की सक्रियता

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में आबकारी विभाग की ओर से जारी 50 लाख रुपये का चेक भी दिखाया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार, उसके विभाग और जनता मिलकर इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

पिछले चार दशकों की सबसे भीषण बाढ़ से प्रभावित पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला और जालंधर जैसे जिलों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। चीमा ने आम आदमी पार्टी पंजाब के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के नेतृत्व में राहत कार्यों की भी प्रशंसा की।

पंजाब की सीमाओं पर बहादुरी और आज की चुनौती

1962, 1965, 1971 और 2025 के युद्धों में पंजाब की बहादुरी का जिक्र करते हुए चीमा ने कहा कि पाकिस्तान से लगे सीमावर्ती इलाकों ने सबसे अधिक हमलों का सामना किया लेकिन पंजाबियों ने हमेशा साहस दिखाया। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह पंजाब की वर्तमान आपदा में भी अपनी जिम्मेदारी निभाए।

पंजाब सरकार की राहत प्रतिबद्धता और केंद्र से अपील

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है और डिप्टी कमिश्नर नुकसान का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता बचाव और राहत सामग्री की समय पर पहुंच सुनिश्चित करना है। उन्होंने केंद्र सरकार से पंजाब के लोगों के प्रति संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारी निभाने की पुनः अपील की।

For English News: http://newz24india.in

Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x

Related Articles

Back to top button