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सिद्धार्थ-जाह्नवी की फिल्म परम सुंदरी के चर्च सीन पर विवाद, मेकर्स के खिलाफ FIR की उठी मांग

सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर की फिल्म परम सुंदरी के चर्च सीन पर विवाद खड़ा हो गया है। वॉचडॉग फाउंडेशन ने CBFC और सरकार से सीन हटाने और FIR की मांग की है। जानें पूरी खबर।

परम सुंदरी के चर्च सीन: सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर की आने वाली फिल्म “परम सुंदरी” का ट्रेलर तो फैंस को पसंद आया, लेकिन इसी ट्रेलर के एक सीन ने ईसाई समुदाय के एक वर्ग को नाराज़ कर दिया है। विवादित सीन में दोनों स्टार्स चर्च के अंदर फ्लर्ट करते नजर आते हैं, जिस पर अब सोशल मीडिया और संगठनों में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

परम सुंदरी के चर्च सीन पर विवाद

फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि सिद्धार्थ और जाह्नवी चर्च में बैठकर आपस में छेड़छाड़ (फ्लर्ट) करते हैं। यही सीन अब विवादों में घिर गया है। वॉचडॉग फाउंडेशन, जो एक सामाजिक और धार्मिक संगठन है, ने इसे “ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अपमान” बताया है।

FIR और परम सुंदरी के चर्च सीन हटाने की मांग

वॉचडॉग फाउंडेशन ने CBFC (सेंसर बोर्ड), मुंबई पुलिस, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, और महाराष्ट्र सरकार को पत्र भेजकर मांग की है कि:

  • परम सुंदरी के चर्च सीन को फिल्म और ट्रेलर दोनों से तुरंत हटाया जाए।

  • फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

  • यदि सीन नहीं हटाया गया, तो संगठन विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।

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“धार्मिक स्थल की पवित्रता का अपमान”

फाउंडेशन के पत्र में लिखा गया है कि चर्च एक पवित्र प्रार्थनास्थल है और वहां इस प्रकार के अश्लील या रोमांटिक दृश्य दिखाना पूरी तरह अनुचित है। इससे न केवल चर्च की गरिमा को ठेस पहुंचती है, बल्कि कैथोलिक समुदाय की भावनाएं भी आहत होती हैं।

कानूनी कार्रवाई का भी हवाला

एडवोकेट गॉडफ्रे पिमेंटा, वॉचडॉग फाउंडेशन से जुड़े वकील, ने भारतीय न्याय संहिता (IPC) और सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 का हवाला देते हुए कहा: “भारत में धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले कृत्य कानूनी अपराध माने जाते हैं। फिल्मों में ऐसी अभिव्यक्ति, जो समुदायों को ठेस पहुंचाए, सेंसर बोर्ड की जिम्मेदारी बनती है कि वो उसे पास न करे।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि CBFC का कर्तव्य है कि वो “कलात्मक अभिव्यक्ति और धार्मिक सम्मान” के बीच संतुलन बनाए।

मेकर्स और CBFC की चुप्पी

अब तक फिल्म के निर्माताओं, कलाकारों या सेंसर बोर्ड की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन जिस तरह मामला तूल पकड़ रहा है, उससे आने वाले दिनों में फिल्म की रिलीज पर असर पड़ सकता है।

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