राज्यदिल्ली

Saurabh Bharadwaj: सेना ने मुस्लिम अफसर से ब्रीफिंग कराकर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की आतंकी साजिश थी

Saurabh Bharadwaj: विदेश सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा जानबूझकर ये कोशिश की गई कि देश के अंदर हिन्दू-मुस्लिम तनाव फैले। इसलिए जो लोग देश में ये मेसेज फैलाने में लगे हुए थे कि धर्म पूछा जाति नहीं पूछी, उन्हें ये बात जरूर सुननी चाहिए।

आप नेता Saurabh Bharadwaj ने कहा कि आज सेना द्वारा की गई प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव ने जो कुछ कहा, सबको सुनना चाहिए। उन्होंने विदेश सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवादियों ने जानबूझकर देश में हिन्दू-मुस्लिम तनाव पैदा करने का प्रयास किया। इसलिए, जो लोग देश भर में यह सन्देश फैलाने की कोशिश कर रहे थे कि धर्म पूछा जाति नहीं पूछी, उन्हें ये बात जरूर सुननी चाहिए।

Saurabh Bharadwaj ने विदेश सचिव के बयान का एक हिस्सा उजागर किया। हमले का यह तरीका भी जम्मू-कश्मीर और पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे पैदा करना था।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आतंकवादियों ने जानबूझकर देश में हिन्दू-मुस्लिम तनाव फैलाने की कोशिश की।

आतंकवादियों ने जानबूझकर महिलाओं के माध्यम से देश को बताने की कोशिश की कि उन्होंने विशेष रूप से हिंदुओं को मारा है। ताकि ये बात भारत में फैल जाए तो सांप्रदायिक तनाव और हिंदू-मुसलमानों के बीच नफरत बढ़ जाए, जिससे हमले हों और भारत कमजोर हो जाए।

भारत के विदेश सचिव ने आज देश को आतंकवादियों की रणनीति बताई है। Saurabh Bharadwaj ने कहा कि जो लोग देश में ये संदेश फैलाने में लगे हुए थे कि धर्म नहीं जाति है। जब आप देश में सांप्रदायिक हिंसा फैला रहे थे, सब लोगों को आज ये समझने की जरूरत है। आप नफरत फैलाने के साथ-साथ उन आतंकवादियों की भाषा को प्रोत्साहित कर रहे थे। क्योंकि आतंकवादी चाहते थे कि आप मुसलमानों और हिंदुओं के बीच घृणा फैलाएं।

Saurabh Bharadwaj ने कहा कि इसलिए आज भारतीय सेना ने एक मुसलमान महिला अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी द्वारा इस प्रेस ब्रीफिंग को सोच समझकर कराया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये सेना की तरफ से एक बड़ा मेसेज है कि आप धर्म से उठकर इस युद्ध को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की नजर से देखिए। इसके अंदर हिन्दू और मुसलमान की नजर से देखना बंद कर दीजिए। जो लोग ऐसे देख रहे हैं

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