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तीज उत्सव 2025: हरियाणा की महिलाओं को मिली ‘लाडो सखी’ योजना की सौगात, स्टार्टअप्स और बाल विकास के लिए भी नई घोषणाएं

हरियाणा के तीज उत्सव 2025 में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं को ‘लाडो सखी योजना’, बाल विकास कार्यक्रम और महिला स्टार्टअप्स को लेकर कई नई सौगातें दीं। पढ़ें पूरी खबर।

हरियाणा में तीज का पर्व इस बार महिलाओं के लिए केवल सांस्कृतिक नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर भी बन गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंबाला में आयोजित राज्य स्तरीय तीज उत्सव 2025 समारोह के दौरान महिलाओं को समर्पित कई नई योजनाओं की कोथली भेंट की। उन्होंने इन योजनाओं को भाई की ओर से बहन को तीज पर मिलने वाली कोथली की संज्ञा देते हुए महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण की नई दिशा तय की।

हरियाणा ‘लाडो सखी’ योजना का शुभारंभ: मातृत्व देखभाल में आएगा सुधार

हरियाणा मुख्यमंत्री सैनी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और सशक्त बनाने के लिए ‘लाडो सखी योजना’ की घोषणा की। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर और एएनएम बहनें ‘लाडो सखी’ के रूप में काम करेंगी। इन सखियों का मुख्य कार्य महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल और सहायता देना होगा।

योजना की खास बात यह है कि बेटी के जन्म पर हर ‘लाडो सखी’ को ₹1,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह कदम राज्य में लिंगानुपात सुधार और बेटियों को प्रोत्साहन देने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

‘बढ़ते कदम’ कार्यक्रम से बाल विकास को मिलेगा नया आयाम

राज्य स्तरीय तीज समारोह में मुख्यमंत्री ने ‘बढ़ते कदम: डिजिटल बाल कार्यक्रम’ की भी घोषणा की। यह कार्यक्रम आंगनवाड़ी केंद्रों में नन्हे बच्चों की देखभाल और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है। इसमें डिजिटल उपकरण और प्रशिक्षण के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाया जाएगा।

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महिला स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा

महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री सैनी ने हरियाणा स्टार्टअप नीति में भी बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि नई नीति के तहत 50 प्रतिशत स्टार्टअप लाभार्थी महिलाएं होंगी। खासकर ग्रामीण, पारंपरिक और पर्यावरण अनुकूल उत्पादों में काम कर रही महिलाओं को सरकार प्रोत्साहित करेगी।

इसके तहत हाथ से बने उत्पाद, जैसे देसी कपड़े, हैल्थ-एंड-वेलनेस उत्पाद, आयुर्वेदिक सामग्री और देसी खाद्य उत्पाद बनाने वाली महिलाओं को ₹50,000 से ₹1 लाख तक की सहायता दी जाएगी।

‘डू-इट-योरसेल्फ’ किट से बालिकाओं में बढ़ेगी उद्यमशीलता

युवतियों में उद्यमशीलता की भावना विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री ने 10,000 ‘डू-इट-योरसेल्फ’ किट वितरित करने की घोषणा की। इससे छात्राएं स्कूल स्तर पर ही इनोवेशन और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित होंगी।

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