उत्तर प्रदेश के चुनाव में आज सातवां और आखिरी चरण का मतदान चल रहा है। जहां पूर्वांचल के 9 जिलों की 54 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।
अंतिम चरण में जिन जिलों में मतदान हो रहे हैं उनमें
आजमगढ़ में 8.08प्रतिशत,
मऊ में 9.99 प्रतिशत,
जौनपुर में 8.99 प्रतिशत,
गाजीपुर में 7.95प्रतिशत,
चंदौली में 7.69 प्रतिशत,
वाराणसी में 8.93 प्रतिशत,
मिर्जापुर में 8.8 4 प्रतिशत,
भदोही में 7.43 प्रतिशत
और सोनभद्र में 8.35 प्रतिशत है
जिनकी कुल 54 सीटों पर 613 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और जिनमें से 11 अनुसूचित जाति के आरक्षित और 2 अनुसूचित जनजाति के लगभग 2.06 करोड मतदाता है।
इस आखिरी चरण में भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के ही छोटे जाति आधारित दलों के साथ गठजोड़ की भी परीक्षा हो रही है।
एक समय में समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र में 2017 के विधानसभा चुनाव में सातवें चरण की 54 सीटों में भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगियों अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा को कुल 36 सीटें मिली थी इनमें से बीजेपी को उनतेज अपना दल को 4:00 और सुबह स्पा को 3 सीट प्राप्त हुई थी वहीं सपा को 11 बसपा को चाय और निषाद पार्टी को सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिल पाई थी पिछली बार 2017 में अपने दम पर लड़ रहे निषाद पार्टी इस बार बीजेपी के साथ गठबंधन में है जबकि इस बसपा ने सपा से गठबंधन कर लिया।
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आपको बता दें कि इस आखिरी चरण में भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 54 सीटों में से 48 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है जबकि उसके सहयोगी अपना दल और निषाद पार्टी ने तीन तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है और दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव चिह्न पर कुल 54 उम्मीदवार उतारे हैं जबकि उनके सहयोगी एसबीएसपी ने साथ में द्वार और अपना दल ने 2 मी द्वारों को मैदान में उतारा है।
बात करें क्षेत्र के मुख्य प्रतियोगियों की तो इनमें यूपी के मंत्री नीलकंठ तिवारी अनिल राजभर रविंद्र जयसवाल गिरीश यादव और राम शंकर सिंह पटेल जैसे बड़े नाम शामिल है वही योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए दारा सिंह चौहान भी मऊ से चुनाव लड़ रहे हैं।