UP News: CM योगी ने कहा, ‘कुछ लोग सिर्फ…’ फिर से नारा दोहराया ‘बटोगे तो कटोगे’

UP News: लोकभवन में एक कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जातिवादी राजनीति करने वालों पर हमला बोला है।
UP News: लोकभवन में एक कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जातिवादी राजनीति और माफियाओं को बचाने वालों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वोटबैंक के लिए देश को बांटने के लिए कुछ लोग काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जनता को सावधान करते हुए कहा वोटबैंक के लिए ये लोग देश को कब तक और कितना बांटेंगे? ये वही लोग हैं जो जब सत्ता में थे तो दुर्दांत माफियाओं के सामने अपनी नाक रगड़ रहे थे।
CM योगी ने डबल इंजन की सरकार की तुलना पिछली सरकारों से करते हुए कहा कि आज की सरकार अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। लेकिन पहले की सरकारें जाति के नाम पर समाज को विभाजित करती थीं और माफियाओं को सत्ता में गिरवी रखती थीं।
पहले काम के नाम पर वसूली: सीएम योगी
UP News: उनका आरोप था कि पूर्ववर्ती सरकारों ने नौकरी के नाम पर खुलेआम वसूली की थी। पहले जब किसी को नौकरी चाहिए होती थी तो उसे पैसे देने पड़ते थे। अब जब वसूली की प्रथा समाप्त हो गई है, ये लोग फिर से जाति के नाम पर समाज को बांटने में लगे हैं। जगह-जगह जा रहे हैं लोगों को भड़का रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि वे ऐसे लोगों से सावधान रहें जो सिर्फ समाज को बदनाम कर रहे हैं। मैं तो बार-बार कहता हूँ, बांटोगे तो काटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे, उन्होंने कहा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में आने वाले पंचायत और निकाय चुनावों की बहस तेज हो रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह विपक्षी दलों द्वारा जातीय जनगणना की मांग और आरक्षण के मुद्दे पर चल रही राजनीतिक प्रतिक्रिया है।
माफिया विरोधी अभियान के तहत कई कार्रवाईएं हुईं|UP News
योगी सरकार ने माफिया विरोधी अभियान में पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं. इन कार्रवाइयों में मुख्तार अंसारी अतीक अहमद और उनके करीबियों की संपत्ति जब्त की गई है और माफिया नेटवर्क को तोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कई बार कहा है कि उनकी सरकार में अपराधी और माफियाओं को स्थान नहीं है।
मुख्यमंत्री का यह ताजा बयान साफ संकेत देता है कि बीजेपी 2027 की तैयारियों में अभी से जुट चुकी है और वह सुरक्षा विकास और सुशासन को ही अपना मुख्य चुनावी मुद्दा बनाएगी जबकि विपक्ष जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश में लगा है.