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Vastu Shastra: इस तरह की तिजोरी रखने से घर में धन का योग बनेगा जानिये महत्व Latest update 2023

Vastu Shastra

वास्तुशास्त्र प्रकृति के सिद्धांतों पर आधारित है। हमारे आसपास सदैव प्राकृतिक तत्व और शक्तियां हैं। प्राकृतिक तत्वों को जानकर उन शाक्तियों के ऊर्जा प्रवाह के अनुकूल घर बनाकर या घर की चीजों को व्यवस्थित करके सुख, शान्ति और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।

Vastu Shastra: जब तक मनुष्य की ग्रहदशा मजबूत रहती है, वास्तु दोष का दुष्प्रभाव दबा रहता है, लेकिन जब ग्रहदशा कमजोर हो जाती है, व्यक्ति वास्तुविरोधी घर में रहकर कई दुःख, कष्ट, तनाव और बीमारी से घिर जाता है। इसके विपरीत, यदि मनुष्य वास्तु के अनुसार बनाए गए घर में रहता है, तो उसके ग्रह निर्बल होने पर भी उसका जीवन सामान्य ढंग से चलता रहता है।

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Vastu Tips: यदि आप घर में रहते हुए शांति महसूस करते हैं लेकिन घर में रहते हुए अशांति महसूस करते हैं, तो आपके घर में वास्तु दोष है। वास्तु दोष घर में दरिद्रता, रोग, कलह और अशांति पैदा करते हैं। वास्तु शास्त्र के सभी तथ्यों में “क्यों” और “कैसे” का प्रश्न नहीं है, क्योंकि इसके प्रमाण केवल प्रत्यक्ष लाभ हैं। ये कुछ उपयोगी, आसान और प्रभावी उपयोग हैं:

  • सुख-समृद्धि के लिए किसी भी मांगलिक कार्य या समारोह के अवसर पर वास्तु देवता का शास्त्रोक्त विधि के अनुसार पूजन करना अनिवार्य है।

 

  • हमेशा अपने मुख्य दरवाजे पर त्रिषक्ति या अन्य शुभ मांगलिक चिन्ह लगाना चाहिए क्योंकि ये दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं।

 

  • पूर्ण शास्त्रोक्त (शास्त्र के अनुसार) विधि से शुभ मास में घर में प्रवेश करना, शुभ मुहूर्त का चयन करके सामूहिक भोज करना, सौभाग्य का दाता बनता है।

 

  • विधिवत पूजन के बाद मंगल यंत्र को दक्षिण दिशा में गाढ़ने से वास्तु दोष दबा रहता है। तांबे की तिकोनी प्लेट में उभरे अक्षरों से बना मंगल यंत्र बहुत फायदेमंद है।

 

  • कारखाने के मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वास्तिक, ऊं लगाने से उन्नति, तरक्की और व्यवसाय में आसानी से नया आर्डर मिलता है।

 

  • शयन कक्ष में कभी भी पूजा घर नहीं बनाना चाहिए। शयन कक्ष में देवी-देवताओं की तस्वीर लगाना गलत है।

 

  • जिस घर में असली दक्षिणावर्त शंख, पारद शिवलिंग, दक्षिणमुखी गणेश प्रतिमा, प्राण प्रतिष्ठित श्री यंत्र आदि हैं, वहाँ सुख-शांति का वास होता है।

 

  • जिस घर में काली चीटियों का एक समूह घूमता है, वह सुख-ऐश्वर्य से भरता है। लेकिन लाल चीटियों का इस तरह घूमना बहुत बुरा हो सकता है।

 

  • रोजाना नंगे पैर घास पर चलना चाहिए, क्योंकि यह आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है, जिससे आपका शरीर सुंदर, मन स्वस्थ और सबल बनेगा।

 

  • घर में शांति, आर्थिक विकास और संपन्नता के लिए हर सुबह शाम गुगुल की रोशनी लगानी चाहिए।

 

  • झाड़ू को घर में कहीं भी खड़ी करके नहीं रखना चाहिए। उसे ऐसी जगह नहीं रखना चाहिए जहां उसे पैर लगे या लांघा जाए।

 

  • झाड़ू का अपमान करने से उनकी शक्ति कम हो जाती है और धनागमन के स्रोत कम हो जाते हैं।

 

  • हर सुबह घर में झाड़ू लगानी चाहिए। जब दोनों समय मिलता है, घर में झाड़ू पोंछा या कुछ भी नहीं करना चाहिए।

 

  • भवन में कुल द्वारों की संख्या सम होनी चाहिए, जैसे 2, 4, 6, 8 लेकिन 10 या शून्य होनी चाहिए, जैसे 10, 19, 20, 28 इत्यादि।

 

  • धन समृद्धि के लिए भवन के पूर्व और उत्तर को अधिक से अधिक खुला छोड़ना महत्वपूर्ण है।

 

  • रसोईघर आर्थिक संपन्नता के लिए पर्याप्त चौड़ा होना चाहिए।

 

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