Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सबको चौंकाते हुए बताया कि वे दो दिन में इस्तीफा देंगे। इसके अलावा, उन्होंने जेल से बाहर निकलने की अपनी वजह भी बताई। उनका दावा है कि मैं अब जनता की अदालत से इंसाफ चाहता हूँ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने सबको चौंकाते हुए बताया कि वे दो दिन में इस्तीफा देंगे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक जनता मुझे न्याय नहीं देगी, मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। अगर जनता को लगता है कि मैं ईमानदार हूं तो मुझे वोट देना। इसके अलावा, उन्होंने जेल से बाहर निकलने की अपनी वजह भी बताई। आप संयोजक ने कहा कि मैंने जनतंत्र को बचाने के लिए इस्तीफा नहीं दिया। मैं इनका (बीजेपी) फॉर्मूला तोड़ना चाहता था।
केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे जेल क्यों भेजा इन लोगों ने, इसलिए नहीं की मैंने कोई भ्रष्टाचार किया है। आप और ये लोग जानते हैं। इनका लक्ष्य था आम आदमी पार्टी को गिरा देना। इनका लक्ष्य केजरीवाल की साहस और साहस को कम करना था। इन्होंने एक सिद्धान्त बनाया है। विधायकों को गिरा दो, एमएलए खरीद लो, ईडी-सीबीआई भेजकर डराओ, पार्टी को तोड़ो, पार्टी को गिरा दो और अपनी सरकार बनाओ। इन्हें लगता था कि केजरीवाल को जेल में डालकर वे पार्टी को तोड़ देंगे और दिल्ली में अपनी सरकार बनाएंगे। लेकिन हमारी पार्टी नहीं टूटी। हमारे कार्यकर्ता तक नहीं टूटे।’
बाद में आप नेता ने कहा, ‘ये लोग पूछते हैं कि केजरीवाल ने जेल में रहते हुए इस्तीफा क्यों नहीं दिया। जेल में भी मुख्यमंत्री रहे क्यों? मैं इस देश का लोकतंत्र बचाना चाहता था, इसलिए मैंने इस्तीफा नहीं दिया। उन्हें डराना, एमएलए को तोड़ना, पार्टियां तोड़ना, एमएलए खरीदना और इतना कुछ बनाया गया है। अब उन्होंने एक नया नियम बनाया है, जिसमें प्रत्येक राज्य के मुख्यमंत्री पर फर्जी मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया जाता है अगर ये चुनाव हार जाते हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि जेल से क्यों नहीं चल सकती सरकार ? यानी जेल से सरकार चल सकती है। मैं देश के सभी नॉन-बीजेपी सीएम से हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि अगर प्रधानमंत्री आपके ऊपर फर्जी केस करके जेल में डाले तो इस्तीफा मत देना।’