हमें क्लासिक युद्ध, शांति स्वभाव को त्यागने और आंतरिक एजेंसियों में सामंजस्य बढ़ाने की जरूरत है: सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे
नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती के बााद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे भारतीय सेना के नए वाइस चीफ बनाएं गए हैं।लेफ्टिनेंट जनरल पांडे इससे पहले कोलकाता में पूर्वी कमान की कमान संभाल रहे थे। उन्होंने कार्यभार संभाल लिया है। बता दें कि सेना का महत्वपूर्ण पूर्वी कमान पूर्वोत्तर राज्यों सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश क्षेत्रों में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात है, जिसका मुख्यालय कोलकाता में ही है। यहां फोर्ट विलियम स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय में एक भव्य समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल कलिता ने पदभार ग्रहण किया।
इस बाबत आज सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि, आज हमें क्लासिक युद्ध और शांति स्वभाव को त्यागने और आंतरिक-एजेंसी (inter agency) सामंजस्य बढ़ाने की जरूरत है। वास्तव में, राज्य के सभी राज्यों के लिए राष्ट्रीय उद्देश्य की दिशा में एक साथ काम करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता, पिछले एक साल की मुख्य उपलब्धि रही है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म का सदुपयोग और उसका मुकाबला करने के लिए उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि,हमें मौजूदा और उभरते रुझानों के उदय का मूल्यांकन करने और धारणा परिवर्तन और नीतिगत सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने के साथ, सूचनाओं का मुकाबला करने और संचालन को प्रभावित करने के उपायों पर पहुंचने के लिए सोशल मीडिया को संबोधित करने की भी आवश्यकता है।
आज का दौर सैन्यकर्मियों के लिहाज से आधुनिकीकरण का है। इस सन्दर्भ में उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि, बहु-आयामी युद्ध में लड़ने के लिए क्षमताओं और क्षमताओं का निर्माण करने के लिए, सेना आधुनिकीकरण में शामिल है, संघर्षों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए। सशस्त्र संघर्ष की ओर बढ़ने से रोकने के लिए सेना एक विश्वसनीय और संतुलित बल मुद्रा का निर्माण कर रही है। गौरतलब है कि भारतीय सेना का आधुनिकीकरण समय की मांग है इस लिहाज से जनरल ने अपने विचारों को मंच पर रखा।