सांप के काटने पर तुरंत क्या करें? जानें सही फर्स्ट एड और बचाव के उपाय
बारिश के मौसम में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। जानें सांप के काटने पर तुरंत क्या करना चाहिए, कैसे जहर को फैलने से रोका जा सकता है और बचाव के महत्वपूर्ण उपाय।
सांप के काटने पर क्या करें? बारिश के मौसम में सांप निकलने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे सांप काटने के मामले भी आम हो जाते हैं। अगर किसी को जहरीले सांप ने काट लिया तो सही समय पर फर्स्ट एड देना बेहद जरूरी होता है ताकि शरीर में जहर फैलने से रोका जा सके। इस लेख में जानिए सांप के काटने पर तुरंत क्या करना चाहिए और क्या बचाव के तरीके अपनाने चाहिए।
सांप के काटने पर तुरंत उठाएं ये कदम
सांप के काटने के बाद घबराना आम बात है, लेकिन तुरंत सही कदम उठाना जान बचा सकता है। सबसे पहले सांप के काटने पर काटे गए हिस्से को साफ, साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं ताकि संक्रमण का खतरा कम हो। इसके बाद काटे गए हिस्से के ऊपर से आधा इंच ऊपर एक टाइट रस्सी या कपड़े का पट्टा बांध दें, ताकि जहर रक्त प्रवाह में तेजी से न फैल सके।
काटे गए हाथ या पैर को दिल की तुलना में ऊंचा रखें। इससे रक्त प्रवाह धीमा होता है और जहर शरीर में कम फैलेगा। जितनी जल्दी हो सके, मरीज को अस्पताल लेकर जाएं, क्योंकि तुरंत एंटीवेनम देना जीवन रक्षक होता है।
also read:- किडनी की सेहत बनाए रखने के लिए रोजाना कितनी मात्रा में…
सांप के जहर को फैलने से कैसे रोकें?
-
मरीज को ज्यादा हिलने-डुलने से बचाएं क्योंकि ज्यादा गतिविधि से ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है, जिससे जहर तेजी से पूरे शरीर में फैलता है।
-
काटे गए हिस्से को स्थिर रखें और उसे बार-बार हिलाएं नहीं।
-
अगर ज्वेलरी पहनी हो तो तुरंत उतार दें, क्योंकि सूजन आने पर यह फंसी रह सकती है।
सांप के काटने के बाद क्या न करें?
-
काटे हुए स्थान पर बर्फ न लगाएं, इससे रक्त संचार बाधित होता है और घाव खराब हो सकता है।
-
जहर चूसने की कोशिश न करें, यह खतरनाक हो सकता है और संक्रमण का कारण बनता है।
-
हाथ को लगातार पानी में डुबोकर न रखें।
-
कैफीन युक्त पेय पदार्थ, शराब या दर्द निवारक जैसे इबुप्रोफेन और एस्पिरिन का सेवन न करें क्योंकि ये रक्त पतला कर सकते हैं और जहर के प्रभाव को बढ़ा सकते हैं।
सांप के काटने के बाद सोना या खाना कब करें?
सांप के काटने के बाद अत्यधिक नींद या बेहोशी की स्थिति आ सकती है। मरीज को अस्पताल पहुंचने तक जगाए रखें और भोजन से बचें। डॉक्टर की सलाह के बिना सोना या खाना उचित नहीं होता क्योंकि इससे स्थिति गंभीर हो सकती है।
For More English News: http://newz24india.in



