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नाग पंचमी 2025 कब है: सावन के महीने में क्यों खरीदें चांदी के नाग-नागिन? जानिए महत्व और लाभ

नाग पंचमी 2025 कब है: सावन में चांदी के नाग-नागिन खरीदने और पूजा करने के आध्यात्मिक फायदे जानें। जानिए नाग पंचमी की तारीख, शुद्धता और अभिमंत्रण के महत्व के बारे में।

नाग पंचमी 2025 कब है: सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय माना जाता है। इस पावन समय में भक्त बड़ी श्रद्धा से पूजा-पाठ करते हैं और विशेष रूप से चांदी के नाग-नागिन की पूजा को भी शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं सावन में चांदी के नाग-नागिन खरीदने और पूजा करने के पीछे की धार्मिक मान्यताएं और इससे जुड़े लाभ।

सावन माह और नाग पंचमी का महत्व

सावन माह हर वर्ष जुलाई-अगस्त के बीच आता है और इसे शिव भक्तों के लिए बेहद पवित्र माना जाता है। इस दौरान नाग पंचमी का त्योहार भी मनाया जाता है, जो इस बार 29 जुलाई 2025 को पड़ रहा है। इस दिन नागों की पूजा-आराधना की जाती है, जिससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

चांदी के नाग-नागिन क्यों खरीदें?

चांदी के नाग-नागिन को घर में रखने और पूजा करने से कई धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ होते हैं:

  • घर में सुख-शांति का वास: चांदी के नाग-नागिन की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

  • धन-धान्य की वृद्धि: मान्यता है कि इससे घर के धन-संपदा में वृद्धि होती है।

  • काल सर्प दोष से मुक्ति: जिनके कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उन्हें इन नाग-नागिन के द्वारा राहत मिलती है।

  • वैवाहिक जीवन में समृद्धि: वैवाहिक जीवन खुशहाल बनता है और संबंध मजबूत होते हैं।

नाग पंचमी 2025 कब है?

नाग पंचमी 2025 कब है: इस वर्ष नाग पंचमी 29 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 28 जुलाई की दोपहर 12:40 से शुरू होकर 29 जुलाई की दोपहर 3:15 बजे तक रहेगी। पूजा के लिए दिन में इस दिन को अधिक शुभ माना जाता है।

चांदी के नाग-नागिन खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • शुद्धता: चांदी 92.5% शुद्ध होनी चाहिए।

  • गुणवत्ता: जोड़ा अच्छी तरह बना हो, उसमें कोई दोष या कट न हो।

  • अभिमंत्रण: घर में रखने से पहले पंडित से अभिमंत्रित कराएं।

  • दान: अगर धन लाभ की इच्छा हो तो मंदिर में चांदी के नाग-नागिन दान करें।

सावन में चांदी के नाग-नागिन की पूजा के लाभ

सावन माह में चांदी के नाग-नागिन की पूजा करने से न केवल भगवान शिव की कृपा मिलती है, बल्कि जीवन में आत्मिक शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। इससे व्यक्ति के मन में भय दूर होता है, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है, और कई अनसुलझे प्रश्नों के उत्तर भी मिलते हैं।

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