भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत कब है? जानें तिथि और पूजा का शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत 20 अगस्त को है। जानें इस दिन की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व। महादेव और माता पार्वती की पूजा से प्राप्त करें विशेष आशीर्वाद।
भाद्रपद माह 2025 का आरंभ 10 अगस्त से हो चुका है, और इस पावन महीने का पहला प्रदोष व्रत भी नजदीक है। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है। इस माह में कृष्ण जन्माष्टमी, राधा अष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। हर माह की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है, जिसमें महादेव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है।
भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत कब है?
इस वर्ष भाद्रपद मास का पहला प्रदोष व्रत 20 अगस्त 2025, बुधवार को पड़ रहा है, जिसे बुध प्रदोष व्रत भी कहा जाता है। मान्यता है कि श्रद्धा और भक्ति के साथ प्रदोष व्रत करने से इच्छित फल प्राप्त होते हैं और व्यापारिक परेशानियां दूर होती हैं। इस दिन शिव परिवार की पूजा से भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है।
प्रदोष व्रत की तिथि और समय
भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 20 अगस्त दोपहर 01:58 बजे शुरू होकर 21 अगस्त दोपहर 12:44 बजे तक रहेगी। इसलिए, इस वर्ष पहला प्रदोष व्रत 20 अगस्त को मनाया जाएगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
20 अगस्त को प्रदोष काल शाम 06:56 बजे से रात 09:07 बजे तक रहेगा। इस समय स्नान और ध्यान के बाद महादेव व माता पार्वती की विधिवत पूजा, आरती और मंत्र जाप करना चाहिए।
20 अगस्त 2025 का पंचांग विवरण
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सूर्योदय: सुबह 05:53 बजे
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सूर्यास्त: शाम 06:56 बजे
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ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:25 से 05:09 बजे तक
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विजय मुहूर्त: दोपहर 02:35 से 03:27 बजे तक
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गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:56 से 07:17 बजे तक
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निशिता मुहूर्त: रात 12:03 से 12:46 बजे तक
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