फेक वेबसाइट्स पहचान: सावधान! Amazon जैसी दिखने वाली 1000 से अधिक फेक वेबसाइट्स से बढ़ रहा ऑनलाइन फ्रॉड, जानें कैसे बचें

फेक वेबसाइट्स पहचान: अमेज़न प्राइम डे 2025 के आगमन से पहले साइबर अपराधियों ने एक बड़ा कदम उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में 1,000 से अधिक नकली वेबसाइट्स सामने आई हैं जो बिलकुल असली Amazon जैसी दिखती हैं। इन वेबसाइट्स के जरिए ग्राहकों को बहकाकर उनकी निजी जानकारियां चुराई जा रही हैं और भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
फेक वेबसाइट्स का खतरा क्यों बढ़ा? (फेक वेबसाइट्स पहचान)
प्राइम डे (अमेज़न प्राइम डे 2025)जैसे बड़े ई-कॉमर्स इवेंट्स पर भारी छूट और ऑफर्स मिलने की उम्मीद में ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी करते हैं। साइबर ठग इस अवसर का फायदा उठाकर नकली वेबसाइट्स बनाते हैं जिनके डिजाइन, लोगो और यूआई असली Amazon के जैसे होते हैं। ये साइट्स आकर्षक ऑफर्स दिखाकर लोगों को लुभाती हैं, लेकिन जब ग्राहक ऑर्डर करते हैं तो न तो सामान मिलता है और न ही पैसा वापस।
फेक वेबसाइट्स पहचान कैसे करें?
-
असली Amazon का URL हमेशा https://www.amazon.in होता है।
-
फर्जी साइट्स के यूआरएल में मामूली बदलाव होते हैं जैसे “amaz0n-sale.com”, “amazondeals.xyz” या “amazon-offers.in”।
-
वेबसाइट पर “https” के साथ ताले का आइकन जरूर देखें।
-
साइट की भाषा, डिजाइन या स्पेलिंग में त्रुटि हो सकती है।
फ्रॉड से बचने के लिए जरूरी सुझाव
-
सिर्फ ऑफिशियल ऐप या वेबसाइट का उपयोग करें।
-
सर्च इंजन पर सीधे Amazon Prime Day Deals खोजने से बचें, क्योंकि कई बार फर्जी लिंक ऊपर आ जाते हैं।
-
Amazon से प्राप्त SMS या ईमेल के लिंक पर बिना जांचे क्लिक न करें।
-
असामान्य रूप से सस्ते ऑफर्स से सावधान रहें।
-
पेमेंट करते समय सुरक्षित गेटवे और भरोसेमंद भुगतान विकल्प जैसे UPI या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें।
अगर हो गई ठगी तो क्या करें?
-
तुरंत अपनी बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी को सूचित कर ट्रांजैक्शन ब्लॉक कराएं।
-
नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
-
यदि किसी फेक ऐप को डाउनलोड किया है तो तुरंत उसे डिलीट करें और फोन को वायरस या मैलवेयर के लिए स्कैन करें।
also read:- एलन मस्क ने पेश किया Grok 4, AI चैटबॉट जो इंसानों से भी…