Chaitra Purnima 2025: चैत्र पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से आपकी हर मनोकामना पूरी होगी

Chaitra Purnima 2025: हिंदू धर्म में पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण तिथि है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करने और उनकी कथा सुनाने का विधान है। सत्यनारायण भगवान श्रीहरि के ही स्वरूप हैं, जिनकी पूजा करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि मिल सकती है।
Chaitra Purnima 2025: हिंदू धर्म में पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan Katha Pujan) की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। इसी के साथ भगवान सत्यनारायण की पूजा व कथा भी की जाती है, जैसे विवाह, नामकरण और घर में प्रवेश। यह कहानी सुनने से साधक को सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है।
सत्यनारायण पूजन विधी को इस तरह करें
सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर साफ-सुथरे कपड़े पहनें और स्नान करें। लाल या पीले रंग का कपड़ा एक चौकी पर बिछाकर उस पर सत्यनारायण भगवान की तस्वीर रखें। चौकी के सामने एक कलश रखें। इसके बाद पंचामृत और गंगाजल से भगवान को अभिषेक करें और हल्दी या चंदन का तिलक लगाएं।
पान, तिल, रोली, कुमकुम, फल-फूल, सुपारी, चरणामृत आदि भगवान को अर्पित करें। सत्यनारायण की कहानी सुनने के लिए अपने परिवार और आसपास के लोगों को फोन करें। अंत में भगवान सत्यनारायण की आरती करें। सभी लोगों में कथा का प्रसाद बांटे और पंचामृत प्रसाद ग्रहण करके अपना उपवास खोलें।
इन बातों का ध्यान रखें
पूर्णिमा के दिन, हर महीने की एकादशी और गुरुवार को सत्यनारायण की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, सत्यनारायण भगवान की कहानी तक भोजन करना चाहिए। जब भी आप अपने घर में सत्यनारायण भगवान की कथा सुनाएँ, उसमें अधिक से अधिक लोगों को शामिल करना चाहिए।
इसी के साथ सत्यनारायण भगवान की पूजा के दौरान हवन भी जरूर कराएं। उपवास खोलने के बाद भी सात्विक भोजन की करना चाहिए। इस शुभ दिन पर भूलकर भी तामसिक भोजन का सेवन भूलकर नहीं करना चाहिए, वरना आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।