
Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनाव को ‘धर्मयुद्ध’ बताते हुए, आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे आगामी चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होकर काम करें।
Delhi Arvind Kejiwal News: भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भले ही उनके पास अधिक धन और शक्ति हो, लेकिन आप जनता का समर्थन है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में होने वाले चुनाव को एक ‘धर्मयुद्ध’ बताया है। उनका दावा था कि यह महाभारत की तरह एक ‘धर्मयुद्ध’ है। अगले वर्ष फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। केजरीवाल ने चांदनी चौक में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दैवीय शक्तियां आम आदमी पार्टी के पक्ष में हैं। उन्होंने दिल्ली नगर निगम महापौर चुनाव में पार्टी की जीत का हवाला दिया।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव एक ‘धर्मयुद्ध’ की तरह हैं। उनके पास कौरवों की तरह बहुत सारा धन और शक्ति है, लेकिन भगवान और लोग हमारे साथ हैं, जैसा कि पांडवों ने था। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार को नहीं देखें। उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसे काम करना चाहिए जैसे मैं (दिल्ली में) सभी 70 सीट पर चुनाव लड़ रहा हूं।’
‘मैं अपने किसी रिश्तेदार… टिकट नहीं दूंगा’
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं अपने किसी रिश्तेदार, परिचित या मित्र को टिकट नहीं दूंगा। उन्होंने अधिकारियों को आप की उपलब्धियों की याद दिलाते हुए दिल्ली की कॉलोनियों में 10,000 किलोमीटर सड़कें बनाने का श्रेय दिया और कहा कि भाजपा सत्ता में रहते हुए भी 20 राज्यों में इस तरह की उपलब्धि नहीं कर सकती। केजरीवाल ने कहा, “हम छह मुफ्त रेवड़ियां दे रहे हैं – बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थयात्रा और महिलाओं के लिए बस यात्रा।”इन सुविधाओं को बंद करने के लिए भाजपा दिल्ली में सत्ता हथियाना चाहती है।’
‘…भाजपा के पास अपार धन और शक्ति है’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा को हमें बताना चाहिए कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में दिल्ली के लोगों के लिए क्या किया है और लोगों को उसे वोट क्यों देना चाहिए?’ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘हम सीमित संसाधनों वाली एक छोटी पार्टी हैं। भाजपा के पास अपार धन और शक्ति है, लेकिन उन्होंने दिल्ली के लोगों के लिए कभी कुछ नहीं किया क्योंकि उनमें सेवा करने की इच्छाशक्ति का अभाव है।’