Vidhan Sabha Election 2024:-
Vidhan Sabha Election 2024: बीजेपी हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने को तैयार है। ऐसी खबर है कि राज्य में पार्टी मध्यप्रदेश की तरह काम कर सकती है। बीजेपी इस सिद्धांत को लागू करने वाले नेताओं को चुनौती देगी। पार्टी को मध्यप्रदेश में इस प्रणाली से लाभ हुआ था, ठीक उसी तरह बीजेपी को हरियाणा में भी इससे लाभ मिलेगा।
भाजपा हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने में पूरी तरह से लगी हुई है। भाजपा ने अपने अधिकांश दिग्गजों को चुनाव में उतारने का फैसला किया है, लेकिन कुछ विधानसभा सीटों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के स्वजन भी चुनाव लड़वाए जा सकते हैं।
हरियाणा में यह प्रयोग ठीक उसी तरह किया जाने वाला है, जिस तरह से भाजपा ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के दिग्गज नेताओं को उतारकर किया था। इसके नतीजे भी काफी हद तक अच्छे रहे थे।
भाजपा ने मध्यप्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों (नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रह्लाद पटेल) को चुनाव में उतारा था, जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, सांसद रीति पाठक, राकेश सिंह, उदय राव प्रताप सिंह और गणेश सिंह को भी टिकट दिए गए थे।
बीजेपी दिग्गजों पर दांव लगाएगी
भाजपा का मानना है कि हरियाणा में भी दिग्गजों को विधानसभा चुनावों में उतारने की प्रथा सफल हो सकती है। इस कड़ी में, हरियाणा में 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में हार गए पार्टी के प्रमुख नेताओं और दिग्गजों को भी इस बार चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
भाजपा के आधा दर्जन नेता खुद को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। भाजपा अभी तक इन नेताओं के स्वजनों को टिकट देने को तैयार नहीं थी, लेकिन हर सीट जीतने की कोशिश में जुटी पार्टी के लिए पार्टी के प्रमुख नेताओं को टिकट देना अनिवार्य हो गया है। राजस्थान में भी भाजपा ने सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था।
लोकसभा में बीजेपी को पांच सीटें दी गईं
हरियाणा में भाजपा ने सिर्फ पांच लोकसभा सीटें जीती हैं। ऐसे में किसी मौजूदा सांसद को विधानसभा में नहीं उतारा जाएगा, लेकिन लोकसभा चुनाव में हार चुके उम्मीदवारों के नामों पर विचार भी हो सकता है।
पूरे राज्य में भाजपा ने जिला पर्यवेक्षकों के माध्यम से विधानसभा टिकट के दावेदारों से रिपोर्ट प्राप्त की है। रिपोर्ट प्रदेश संगठन मंत्री फणीन्द्रनाथ शर्मा ने दी है। पार्टी ने 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए लगभग 2700 नाम भेजे हैं। इन नामों का चुनाव अब हो रहा है। विधानसभा सीट पर कम से कम दो नामों का पैनल बनाया जा रहा है और अधिकतम चार नामों का पैनल बनाया जा सकता है।
कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर एकमात्र नाम का पैनल बनाया जाएगा। भाजपा ने भी लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर नाम का पैनल बनाया था, लेकिन पार्टी प्रमुख ने कहा कि भले ही सिंगल नाम वाले व्यक्ति को चुनाव लड़ाया जाए। लेकिन पैनल में दो से तीन नाम जोड़ने की आवश्यकता है। भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति 22 व 23 अगस्त को गुरुग्राम में इन नामों पर चर्चा करेगी।
23 अगस्त को चुनाव समिति की बैठक
23 अगस्त को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक नई दिल्ली में होने की संभावना है। केंद्रीय चुनाव समिति प्रदेश चुनाव समिति की रिपोर्ट के बाद लगभग तीन दर्जन उम्मीदवारों की लिस्ट बना सकती है।
भाजपा पूरी तरह से आश्वस्त उम्मीदवारों के नाम पहली लिस्ट में होंगे। दूसरी सूची बाद में चर्चा की जाएगी। भाजपा को प्रदेश में पांच सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से विधानसभा उम्मीदवारों की सूची जारी करने में बहुत देर नहीं लगेगी।